मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

दुबई, अबू धाबी के बाद अब हैफेड उत्पाद पहुंचेंगे ऑस्ट्रेलिया : अरविंद शर्मा

07:03 AM Nov 22, 2024 IST
गुरुग्राम में बृहस्पतिवार को आयोजित 71वें सहकारिता सप्ताह 2024 राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते सहकारिता मंत्री अरविंद कुमार शर्मा। -हप्र

गुरुग्राम, 21 नवंबर (हप्र)
प्रदेश के सहकारिता, पर्यटन एवं कारागार मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि सहकारिता एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने घोषणा की है कि वर्ष 2025 अंतर राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जाएगा, जोकि बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर तरक्की कर रहा है और केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह की बहुत ही कारगर नीतियों की बदौलत सहकारिता क्षेत्र नए आयाम स्थापित कर रहा है।
शर्मा बृहस्पतिवार को यहां सहकारिता सप्ताह 2024 राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह का सपना है कि प्रत्येक गांव में पैक्स व सोसायटी हो और अधिक से अधिक लोग सहकारिता से जुड़ें, हमें इस सपने को पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि दुबई और आबू धाबी में भी हैफेड के प्रोडक्ट को एक्सपोर्ट किया जा रहा है और इसका दायरा बढ़ाया जाएगा, यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया से भी प्रोडेक्ट की डिमांड है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं लागू की जा रही हैं, जिसका सीधा लाभ सहकारिता से क्षेत्र से जुड़े लोगों को मिल रहा है।
शर्मा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में करीब 33000 सरकारी समितियां हैं जिससे युवा, बुजुर्ग और महिलाओं सहित करीब 55 लाख सदस्य जुड़े हुए हैं। ये सभी लोग समूह बनाकर अपना काम करते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे समूह बनाकर नागरिक सहकारिता क्षेत्र से जुड़कर पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी और वेयरहाउस तक स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए सरकार द्वारा सस्ती ब्याजदरों पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है।

Advertisement

हर गांव में पैक्स स्थापित करने का लक्ष्य

प्रदेश के सहकारिता, पर्यटन एवं कारागार मंत्री ने कहा कि विभाग का लक्ष्य है कि हरियाणा के प्रत्येक गांव में पैक्स स्थापित हों और अधिक से अधिक लोग इनसे जुड़ें। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग का लक्ष्य एक और एक दो नहीं बल्कि एक और एक 11 मानकर काम करना है।

सरदार वल्लभ भाई पटेल का था सहकारिता का सपना

देश की आजादी के बाद सरदार बल्लभ भाई पटेल ने 500 रियासतों को जोड़ने का काम किया था और सहकारिता उसी समय की सोच थी, जो आज एक वट वृक्ष का रूप ले चुकी है।

Advertisement

Advertisement