साइबर क्राइम के बाद अब नशा कारोबार पर होगा प्रहार
गुरुग्राम, 4 जून (हप्र)
साइबर क्राइम की कमर तोड़ने के बाद अब हरियाणा पुलिस जिले में फैल रहे नशे के मक्कड़जाल को तोड़ने की पूरी तैयारी में जुट गई है। रविवार को डीजीपी पीके अग्रवाल ने नूंह जिले के टूंडलाका गांव में 86 एकड़ में निर्माणाधीन आईआरबी कैंप का निरीक्षण किया और प्रदेशभर के उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। डीजीपी ने आईआरबी कैंप टूंडलाका गांव में पौधरोपण किया। डीजीपी ने कहा कि बैठक प्रदेशभर के सभी उच्च अधिकारी यहां आए और उनसे बातचीत हुई है। इस अवसर पर साइबर क्राइम, आतंकवाद, एनडीपीएस की चुनौतियां पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ है। कुछ सुझाव भी मिले हैं। इस पर कार्य योजना तैयार की जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि क्षेत्र में साइबर क्राइम करने वालों पर बहुत बड़े पैमाने पर तैयारी करके एक सफल ऑपरेशन चलाया गया। उसके बहुत ही अच्छे परिणाम सामने आए हैं। साइबर क्राइम करने वाले कई लोग पकड़े गए थे। पूरे देश में उनका नेटवर्क फैला हुआ था, उनकी कमर तोड़ने में सफल रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के 10 जिले ऐसे हैं, जहां नशे का मक्कड़जाल तेजी से बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए जून में नशा तस्करों की कमर तोड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि कार्रवाई की जाएगी, सभी पुलिस अफसरों को दिशा-निर्देश दिये गये हैं कि उनकी टीमें छापा मारेंगे और सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे। आरोपियों की प्रॉपर्टी को भी अटैच करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। उनको पकड़ने के साथ अवैध संपति को भी अटैच किया जाएगा। इसके लिए 40 लोगों की एक ऐसी टीम बनाई है, जिसमें सभी जिले के लोग शामिल किए गए हैं। साइबर क्राइम से जुड़ी एक विशेष टीम को यहां बुलाया गया है। अन्य राज्यों को भी साइबर क्राइम के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी ताकि इसे नष्ट किया जा सके।
गेस्ट हाउस का होगा निर्माण
डीजीपी ने कहा कि आईआरबी कैंप टूंडलाका में एक गेस्ट हाउस का निर्माण भी किया जा रहा है, मुलाजिमों के लिए मेस का निर्माण किया जाएगा। यहां पर पुलिस बल स्थापित किया जाएगा, उनका प्रशिक्षण कराया जाएगा। प्रयास किया जाएगा कि यह इलाका सुरक्षित रहे। हरियाणा, राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश की सीमा यहां नजदीक है। सुरक्षा की दृष्टि मजबूत हो, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
ये रहे मौजूद
बैठक में एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एडीजीपी क्राइम ओमप्रकाश सिंह, एडीजीपी हिसार रेंज श्रीकांत जाधव, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर श्रीमती ममता सिंह, एडीजीपी साउथ रेंज एम रवि किरण, सीपी गुरुग्राम कला रामचंद्रन, सीपी फरीदाबाद विकास अरोड़ा, आईजी अम्बाला रेंज शिवास कविराज, आईजी आधुनिकीकरण एवं एचएसएनसीबी अमिताभ सिंह ढिल्लों, आईजी कानून व्यवस्था एवं सीपी पंचकूला संजय कुमार, आईजी सुरक्षा सौरभ सिंह, आईजी रोहतक रेंज राकेश कुमार आर्य, आईजी करनाल रेंज सतेन्द्र गुप्ता, आईजी मोगीनंद कुलविंदर सिंह, आईजी ट्रैफिक एंड हाईवे हरदीप सिंह दून सहित सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे।