42 साल बाद टूटा जींद जिले में सबसे कम मतों से जीत का रिकॉर्ड
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 9 अक्तूबर
जींद जिले में सबसे कम मतों से जीत का रिकॉर्ड पूरे 42 साल बाद टूटा है। पहले यह रिकॉर्ड पूर्व मंत्री बृजमोहन सिंगला के नाम था, जो अब उचाना से भाजपा के नव निर्वाचित विधायक देवेंद्र अत्री के नाम हो गया है। 5 अक्तूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे जब 8 अक्तूबर को घोषित हुए, तो जींद जिले में सबसे कम मतों से उचाना में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री की जीत हुई। उन्होंने कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को महज 32 मतों के अंतर से पराजित किया। यह उचाना में ही नहीं, पूरे जींद जिले में अब तक की सबसे कम अंतर की जीत है। जींद जिले में सबसे कम मतों के अंतर से जीत का रिकॉर्ड अब तक पूर्व मंत्री बृजमोहन सिंगला के नाम था। 1982 के विधानसभा चुनावों में जींद हलके से लोकदल प्रत्याशी के रूप में बृज मोहन सिंगला ने कांग्रेस प्रत्याशी और तत्कालीन मंत्री मांगेराम गुप्ता को 143 मतों के अंतर से पराजित किया था।
बृजमोहन सिंगला के नाम था रिकॉर्ड
पूर्व मंत्री बृजमोहन सिंगला का जींद जिले में सबसे कम मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड अब 42 साल बाद आकर टूटा है। उचाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री की कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह पर 32 मतों के अंतर से जीत अब जींद जिले में सबसे कम मतों के अंतर वाली जीत के रूप में दर्ज हो गई है।a