13 महीने बाद हुई एडवाइजरी काउंसिल की बैठक प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने की अध्यक्षता
एस अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा, (चंडीगढ़),14 सितंबर
यूटी के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता शनिवार को करीब 13 महीने बाद चंडीगढ़ प्रशासक की एडवाइजरी काउंसिल की बैठक हुई। सेक्टर-10 स्थित होटल माउंटव्यू में हुई बैठक में जहां पिछली बैठक की एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) पेश गई, वहीं इस बैठक में एडवाइजरी काउंसिल के सदस्यों की ओर से शहर से जुड़े कई मुख्य मुद्दे उठाए गए जिनमें मेट्रो, नीड बेस्ड पॉलिसी, उद्योगपतियों की समस्याएं और लाल डोरा प्रमुख थे।
बैठक में इंडस्ट्रियल एरिया के व्यापारियों और ट्रेडर्स की मांगों का मुद्दा कई सदस्यों ने उठाया। हालाकि बैठक में कोई फैलसा नहीं लिया गया और सभी मुद्दों पर सब कमेटियों को विचार करने को कहा गया। प्रशासक ने लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को सुलझाने और नीतिगत निर्णयों के लिए सब कमेटियों के अध्यक्षों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों के साथ एक फॉलोअप मीटिंग का प्रस्ताव रखा।
प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा ने सब कमेटियों और सदस्यों के बहुमूल्य योगदान को स्वीकार किया और शहर के हरित, स्वच्छ और स्मार्ट शहर बनने के लक्ष्यों पर प्रकाश डाला। बैठक में लॉ एड आर्डर कमेटी के चेयरमैन, एजुकेशन कमेटी के चेयरमैन, पेरिफेरियल एरिया डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन और मेयर कुलदीप कुमार, ट्रांसपोर्टेशन कमेटी के चेयरमैन व सांसद मनीष तिवारी, हेल्थ कमेटी के चेयरमैन, अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी एंड प्लानिंग फॉर द सिटी कमेटी के चेयरमैन, स्पोर्ट्स कमेटी के चेयरमैन व पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, एन्वायरमेंट कमेटी के चेयरमैन, सोशल वेलफेयर कमेटी के चेयरमैन व पूर्व सांसद सत्यपाल जैन और आर्ट कल्चर, टूरिज्म कमेटी के चेयरमैन की ओर से स्टैंडिंग कमेटी की सिफारिशों के साथ एक्शन टेकन रिपोर्ट पेश की गई।
प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने इस बात पर जोर दिया कि सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण है। उन्होंने चंडीगढ़ की वर्तमान जरूरतों और भविष्य की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। प्रशासक ने कहा कि पंजाब और हरियाणा सरकार के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक एक छोटा रास्ता स्थापित करने के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने चंडीगढ़ की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया और मौजूदा कमियों को दूर करने के लिए इंदौर जैसे सफल शहरों से सीखने का सुझाव दिया। कटारिया ने एक नई पहल की भी बात की, जिसमें बुधवार को सरकारी कार्यालयों में जनता की शिकायतों को दूर करने के लिए समर्पित किया जाएगा।
सांसद मनीष तिवारी ने भी उठाए मामले
शहर के सांसद मनीष तिवारी ने बैठक में चंडीगढ़ के लोगों से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाया। मनीष तिवारी ने चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के लिए मेट्रो परियोजना में हो रही अनावश्यक देरी पर चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों से डड्डूमाजरा में कूड़े के ढेर को साफ करने के लिए समयसीमा मांगी। इस बात पर सहमति बनी कि 31 दिसंबर तक कूड़े के ढेर को साफ कर दिया जाएगा। तिवारी ने कहा कि प्रशासन ने चंडीगढ़ में फ्लोर वाइज रजिस्ट्री की अनुमति मांगने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की गलत व्याख्या की है।
लक्की ने उठाया व्यापारियों और उद्योगपतियों का मुद्दा
चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की व्यापारियों और उद्योगपतियों का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाते हुए कहा कि ये लोग करोड़ों रुपया कर के रूप में प्रशासन को देते हैं, बावजूद इसके उन्हें सड़कों पर उतरने पर मजबूर किया जा रहा है। केंद्र शासित प्रदेश में एमएसएमई अधिनियम को लागू नहीं किया जा रहा। लीज होल्ड कमर्शियल और इंडस्ट्रियल को फ्री होल्ड में बदलने और गांवों में लाल डोरा के बाहर निर्माण को नियमित करने के अलावा अन्य मुद्दों को भी लक्की ने उठाया। उन्होंने शहर में औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों को मामूली उल्लंघनों पर भी भेजे जा रहे नोटिस वापस लेने की भी मांग की। उन्होंने गांवों में लैंड पूलिंग, हाउसिंग बोर्ड की आवासीय इकाइयों में आवश्यकता आधारित बदलावों का सौहार्दपूर्ण समाधान तथा गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों को तत्काल राहत प्रदान करने और धार्मिक स्थलों को तोड़ने के नोटिस रोकने की भी मांग की ।