शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए परिजनों को मनाने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
कनीना, 23 दिसंबर (निस)
कनीना सब डिवीजन के गांव बागोत में 26 वर्षीय युवक मोहित द्वारा फांसी लगाने का मामला तूल पकड़ रहा है। युवक द्वारा आत्महत्या करने के दसवें दिन सोमवार को भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ। परिजनों को मनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी बागोत पहुंचे ओर उन्हें मनाने का प्रयास किया। कनीना के एसडीएम अमित कुमार, डीएसपी दिनेश कुमार, नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल, थाना इंचार्ज मुकेश कुमार, कानूनगो राज सिंह, उमेद सिंह जाखड़,पटवारी प्रदीप कुमार सहित अन्य कर्मचारियों तथा गणमान्य व्यक्तियों ने पीड़ित के घर बागोत पंहुचकर परिजनों से बातचीत की ओर शव का अंतिम संस्कार करवाने को कहा। हालांकि मामले में सहमति नहीं बन सकी। इधर युवक के शव अंतिम संस्कार न होने पर समाज के प्रतिष्ठितजनों ने चिंता व्यक्त की है। गौड़ सभा के पदाधिकारियों ने पीड़ित परिजनों से मृतक युवक का ससम्मान अंतिम संस्कार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिजनों की न्याय की लड़ाई में साथ हैं। इधर मृतक युवक मोहित का शव पोस्टमार्टम होने के बाद पिछले 9 दिन से उप नागरिक अस्पताल कनीना के फ्रीजर में रखा हुआ है जिसे परिजन नहीं ले जा रहे हैं।
परिजनों ने 8 लोगों को ठहराया है जिम्मेदार
मृतक के पिता कैलाश शर्मा की ओर से पूर्व मंत्री सहित 8 व्यक्तियों पर युवक की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। मृतक युवक के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। केस दर्ज करने के लिए पुलिस परिजनों के साक्ष्य मांग रही है तथा परिजन केस दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए हैं। कैलाश शर्मा का कहना है कि हिंदू धर्म में व्यक्ति की मौत के 12 दिन तक शोक मनाया जाता है। 12 दिन बाद वे न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाएंगे। चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम कर रखे गए शव के खराब होने तथा संक्रमण की आशंका जताते हुए अंतिम संस्कार करने को कहा है।