कलायत तालाबों से बगैर कब्जा हटाये वापस लौटा प्रशासन
कलायत, 5 मार्च (निस)
ग्रामीणों द्वारा निशानदेही पर सवाल उठाए जाने पर गांव बालू विढान पत्ती स्थित तालाबों से कब्जा हटाने पहुंचा प्रशासन बिना कार्रवाई वापस लौट गया। ग्रामीणों की सहमति से प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई से पहले फिर से तालाबों की निशानदेही करवाने का निर्णय लिया। मंगलवार को हाईकोर्ट के आदेश पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार दिनेश ढिल्लों व बीडीपीओ तरुण कुमार भारी सुरक्षा बल के साथ गांव बालू विढान पत्ती स्थित तालाबों से कब्जा हटाने पहुंचे थे। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले राजस्व विभाग अधिकारियों द्वारा की गई तालाबों की निशानदेही पर सवाल उठाते हुए कुछ अधिकारियों के कब्जाधारियों से मिले होने के आरोप लगाए। ग्रामीणों की सहमति से बीडीपीओ तरुण कुमार द्वारा कब्जा हटाने से पहले तालाबों की निशानदेही करवाने का निर्णय लिया गया। बीडीपीओ तरुण कुमार ने बताया कि तालाबों से संबंधित रिकॉर्ड की पूर्णता जांच कर निशानदेही करवाई जाएगी। उसके बाद जहां-जहां भी कब्जा होगा जल्द हटवाया जाएगा।
गांव बालू विढान पत्ती निवासी शिकायतकर्ता गुरदेव सिंह ने बताया कि गांव के करीब 50 लोगों द्वारा खसरा नंबर 365, 368,1264 में मौजूद दो तालाब व गली की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। अवैध कब्जा छुड़ाने के लिए उनके द्वारा कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया गया था। अधिकारियों के निर्देश पर तालाबों की निशानदेही तो कई बार की गई लेकिन तालाबों को कब्जा मुक्त नहीं करवाया गया। तब उनके द्वारा हाईकोर्ट में अपील की गई। हाईकोर्ट द्वारा स्थानीय अधिकारियों को 3 मई तक तालाब की जमीन को कब्जा मुक्त कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं।