आदित्य-एल1 ने ली सेल्फी, पृथ्वी और चंद्रमा की फोटो भी भेजी
बेंगलुरू, 7 सितंबर (एजेंसी)
इसरो ने बृहस्पतिवार को देश के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1’ में लगे कैमरे द्वारा ली गई अंतरिक्ष यान की ‘सेल्फी’ और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें जारी कीं। ‘आदित्य-एल1’ द्वारा ली गईं ये पहली तस्वीरें हैं। लक्षित कक्षा में पहुंचने के बाद यह अंतरिक्ष यान वहां स्थित स्टेशन का विश्लेषण करने के लिए हर रोज 1,440 तस्वीरें भेजेगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के लिए रवाना हुए ‘आदित्य-एल1’ ने सेल्फी ली और पृथ्वी तथा चंद्रमा की तस्वीरें लीं।’ तस्वीरों में ‘विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ’ (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजर (एसयूआईटी) उपकरण दिखाई देते हैं, जैसा कि 4 सितंबर, 2023 को आदित्य-एल1 पर लगे कैमरे द्वारा देखा गया था। इसरो ने कैमरे द्वारा ली गईं पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें भी साझा कीं। वीईएलसी ‘आदित्य एल1’ का प्राथमिक उपकरण है। इसरो ने दो सितंबर को ‘आदित्य-एल1’ को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था। ‘आदित्य-एल1’ अंतरिक्ष यान सूर्य का अध्ययन करने के लिए अपने साथ कुल सात उपकरण लेकर गया है।
ब्रह्मांड की उत्पत्ति का पता लगाएगा जापानी रॉकेट
टोक्यो : जापान ने बृहस्पतिवार को एक एक्स-रे दूरबीन ले जाने वाला रॉकेट प्रक्षेपित किया, जो ब्रह्मांड की उत्पति का पता लगाएगा। इस रॉकेट में दूरबीन के साथ चांद की सतह पर उतारने के लिए एक छोटा लैंडर भी भेजा गया है। दक्षिण-पश्चिमी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से ‘एचआईआई-ए’ रॉकेट के प्रक्षेपण का जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए) ने सीधा प्रसारण किया। जेएएक्सए के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमने रॉकेट प्रक्षेपित कर दिया।’ इससे प्राप्त होने वाली जानकारी से यह जानने में मदद मिलेगी कि आकाशीय पिंड कैसे बनते हैं और उम्मीद है कि हम उस राज पर से भी पर्दा उठा सकेंगे कि कैसे ब्रह्मांड की उत्पत्ति हुई। जापानी रॉकेट में ‘स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून’ अथवा स्लिम भी भेजा गया है। स्मार्ट लैंडर को अगले साल चांद की सतह पर उतारने का प्रयास किया जाएगा। इसरो ने ‘स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून’ के सफल प्रक्षेपण पर जेएएक्सए को बधाई दी।