Panchang 2 May 2025: आदि गुरु शंकराचार्य जयंती आज, कम उम्र में हो गए थे वेदों के जानकार
चंडीगढ़, 2 मई (ट्रिन्यू)
Adi Shankaracharya Jayanti: आदि गुरु शंकराचार्य हिंदू धर्म के महान दार्शनिक और धर्मगुरु थे। उनकी आज जयंती है। उनका जन्म आठवीं सदी में केरल के कालड़ी गांव में एक नंबूदरी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम शिवगुरु और माता का नाम आर्यम्बा था। मात्र कम उम्र में वे वेदों के ज्ञाता बन गए और संन्यास धारण कर लिया। हिंदू पंचांग के अनुसार उनका जन्म वैशाख शुक्ल पंचमी को हुआ था, जिसे आदि शंकराचार्य जयंती के रूप में मनाया जाता है।
शंकराचार्य को भगवान शिव का अवतार भी माना जाता है। उन्होंने अद्वैत वेदान्त के सिद्धांत को स्थापित कर सनातन धर्म को नई दिशा दी। समाज में फैली धार्मिक भ्रांतियों को दूर कर उन्होंने सही धार्मिक शिक्षा का प्रचार किया। उनका जीवन मात्र 32 वर्षों का रहा, लेकिन उन्होंने अपने छोटे से जीवनकाल में हिंदू धर्म को संगठित और सुदृढ़ किया।
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आदि शंकराचार्य ने भारत के चार कोनों में चार मठों—ज्योतिर्मठ (उत्तर), शारदा मठ (पश्चिम), गोवर्धन मठ (पूर्व) और श्रंगेरी मठ (दक्षिण)—की स्थापना की। आज भी इन मठों के प्रमुख को "शंकराचार्य" की उपाधि दी जाती है।
Panchang 2 May 2025: अंग्रेजी तिथि 2 मई 2025 (शुक्रवार)
राष्ट्रीय मिति वैशाख 12, शक संवत 1947
विक्रम संवत् 2082
सौर मास वैशाख मास प्रविष्टे 20
ऋतु ग्रीष्म ऋतु
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोल
चंद्रमा की स्थिति मिथुन राशि में दिन-रात संचार
तिथि पंचमी (प्रातः 09:15 तक), उपरांत षष्ठी
नक्षत्र आद्र्रा (अपराह्न 01:04 तक), उपरांत पुनर्वसु
करण बालव (प्रातः 09:15 तक), उपरांत तैतिल
योग धृतिमान (03:20 AM तक), उपरांत शूल
राहुकाल 10:30 AM से 12:00 PM तक
विजय मुहूर्त दोपहर 2:31 PM से 3:24 PM तक
निशिथ काल रात 11:56 PM से 12:39 AM तक
गोधूलि बेला शाम 6:56 PM से 7:17 PM तक
विशेष पर्व / तिथि श्री शंकराचार्य जयंती
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।