अदाकार, निर्देशक व निर्मात मंगल ढिल्लों नहीं रहे, कैंसर से पीड़ित थे
गुरतेज प्यासा/ निस
संगरुर, 11 जून
अदाकार, निर्देशक व निर्मात मंगल ढिल्लों इस दुनिया को अलविदा कह गए। मंगल ढिल्लों का रविवार को लुधियाना के नीलों में निधन हो गया। मंगल ढिल्लों लंबे समय से बीमार थे। एक महीने से उनका लुधियाना के अस्पताल में कैंसर का इलाज चल रहा था। इसके बावजूद एक्टर की हालत बिगड़ती चली गई। ढिल्लो एक्टर के साथ एक लेखक, निर्माता और निर्देशक भी थे।
मंगल ढिल्लों का पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री को बॉलीवुड तक ले जाने में खास योगदान रहा है। मंगल ढिल्लो ने छोटे गांवों के कई युवाओं को फिल्मी दुनिया तक पहुंचाया। सबसे पहली उनकी फिल्म आखिरी अदालत 1988 में आई थी। ढिल्लो का जन्म गांव वांदर जटाना में हुआ था।
फरीदकोट के सरकारी स्कूल से उन्होंने चौथी क्लास तक की पढ़ाई की और वे उत्तर प्रदेश चले गए। जहां उन्होंने जिला परिषद स्कूल से आगे की पढ़ाई की और फिर वापस पंजाब वापिस आकर सरकारी कॉलेज मुक्तसर से ग्रेजुएशन की । मंगल ढिल्लो ने 1986 में पहला टीवी सीरियल कथा सागर में काम कर अपनी अलग पहचान बनाई थी। अपने करियर में उन्होंने किस्मत, द ग्रेट मराठा, मुजरिम हाजिर, रिश्ता मौलाना आजाद, नूरजहां जैसे धारावाहिकों में काम किया।मंगल ढिल्लो ने ‘एमडी एंड कंपनी’ के नाम से प्रोडक्शन हाउस खोला था। जिसके जरिए वे पंजाबी फिल्में बनाते थे। 1994 में उनकी रितु ढिल्लो से शादी हुई। उनकी पत्नी भी उनका हाथ बंटाती थी।मंगल ढिल्लो की यादगार फिल्मों में खून भरी मांग, दयावान, जख्मी औरत, प्यार का देवता, विश्वात्मा जैसी फिल्में शामिल हैं। मंगल ढिल्लों ने फिल्मों में रेखा से लेकर डिंपल कपाड़िया और शबाना आजमी संग काम किया। उन्हें आखिरी बार फिल्म तूफान सिंह थी।