करनाल कांड में जिम्मेदार अफसरों पर हो कार्रवाई
नरेंद्र मोहन शर्मा/निस
होशियारपुर, 8 सितंबर
हरियाणा सरकार के इशारे पर करनाल में किसानों पर अमानवीय अत्याचार की निंदा करते हुए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि इस असंवैधानिक कृत्य के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। सुखबीर सिंह बादल आज यहां पार्टी के दोहरे संविधान के चल रहे प्रकरण को लेकर अदालत में पेश होने के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि करनाल में चल रहे धरने के दौरान लंगर को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने उनसे संपर्क किया, जिसके बाद उन्होंने शिरोमणि कमेटी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर और शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने जिम्मेदारी संभाली और उक्त धरने में लंगर सेवा शुरू की। पार्टी जिलाध्यक्ष (शहरी) जतिंदर सिंह लाली बाजवा के आवास पर बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल शुरू से ही किसान संघर्ष के साथ रहा है और जब तक केंद्र सरकार काले कानूनों को वापस नहीं लेती, अकाली दल की पार्टी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष में आगे बढ़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में अकाली-बसपा की सरकार बनने के बाद पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों को तत्काल निरस्त किया जाएगा। सरदार बादल ने कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था किसानों पर निर्भर है और केंद्र सरकार ने कृषि कानून पारित करके राज्य की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची है जिसे अकाली दल कभी सफल नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में लोगों को गुमराह करने के अलावा कुछ नहीं किया, जिससे राज्य का हर वर्ग सरकार की कार्यप्रणाली से नाखुश है। इस अवसर पर जतिंदर सिंह लाली बाजवा ने कहा कि अकाली दल पंजाबियों की पार्टी है और हमारा उद्देश्य राज्य का विकास और लोगों की सेवा करना है।
अकाली दल ने की बसपा से दो सीटों की अदला-बदली
चंडीगढ़ (एजेंसी) : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने अगले साल पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए अपने गठबंधन सहयोगी दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ दो सीटों की अदला-बदली करने का बुधवार को फैसला किया। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उनकी पार्टी ने दो विधानसभा सीटें शाम चौरासी और कपूरथला बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को देने का फैसला किया है और उससे अमृतसर उत्तर तथा सुजानपुर विधानसभा सीटें वापस ली हैं। शिअद ने पिछले महीने अमृतसर उत्तर तथा सुजानपुर निर्वाचन क्षेत्रों से दो उम्मीदवारों की घोषणा की। उस समय बादल ने कहा था कि बसपा की सहमति से यह फैसला लिया गया है। अमृतसर उत्तर और सुजानपुर सीटें, गठबंधन के दोनों सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे के तौर पर बसपा को दी गयी 20 सीटों में शामिल थीं। शिअद के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने बुधवार को कहा, ‘शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ऐलान किया कि दल ने बसपा से अमृतसर उत्तर और सुजानपुर सीटें वापस ली है। इसके स्थान पर बसपा को शाम चौरासी और कपूरथला विधानसभा सीटें दी गयीं।’ आगामी विधानसभा चुनावों के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन के अनुसार मायावती के अगुवाई वाली बसपा पंजाब में 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर लड़ेगी जबकि बाकी सीटों पर शिअद चुनाव लड़ेगी।
सुखबीर और चीमा कोर्ट में पेश, जमानत मिली
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और पार्टी महासचिव डॉ. दलजीत सिंह चीमा आज होशियारपुर में अतिरिक्त सीजेएम रूपिंदर सिंह की अदालत में सुबह करीब 11.30 बजे पेश हुए। उक्त मामले की पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता हरजिंदर सिंह धामी ने की, जिसके बाद अदालत ने उन्हे एक लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी। इसी तरह पहले से ही जमानत पर चल रहे डॉ. दलजीत सिंह चीमा आज सुबह कोर्ट में पेश हुए कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 28 सितंम्बर तय की है जबकि शिकायतकर्ता बलवंत सिंह खेड़ा की ओर से अधिवक्ता बीएस रियाड़ कोर्ट में पेश हुए। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता बलवंत सिंह खेड़ा ने आज यहां इसका खुलासा करते हुए बताया कि शिरोमणि अकाली दल ने पार्टी को धर्मनिरपेक्ष बनाने की घोषणा की थी लेकिन 2008 तक पार्टी संविधान में संशोधन किए बिना चुनाव लड़ती रही। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के खिलाफ लोगों को धोखे में रख कर दोहरा मापदंड अपनाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था।