‘निजी वाहन चालकों पर भी हो कार्रवाई’
यमुनानगर, 27 नवंबर (हप्र)
राज्य बाल संरक्षण आयोग ने बुधवार को दूसरे दिन भी विभिन्न स्कूलों की बसों की जांच की। जिला यमुनानगर पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के प्रधान मनोरंजन सिंह साहनी ने सभी स्कूल संचालकों को इस मामले में आयोग की सिफारिशों और उनकी हिदायतों का पालन करने के लिए आह्वाहन किया, और कहा कि बच्चों की सुरक्षा में कोताही बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। सभी स्कूल संचालकों का कर्तव्य है कि स्कूल में आने वाले बच्चे की सुरक्षा हम सब के लिए सर्वोपरि है।
इस अवसर पर मनोरंजन सिंह साहनी ने कहा कि स्कूल बस में आने वाले बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल संचालकों की है और उनके द्वारा किसी भी तरह की कोताही बरतने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है, उसी तरह निजी वैन या प्राइवेट गाड़ियों द्वारा जो बच्चे स्कूल आते हैं, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा। देखने को आया है कि स्कूल में आने वाले बच्चों में से स्कूल बस से ज्यादा बच्चे निजी वैन एवं प्राइवेट वाहनों से स्कूल में आते हैं और ऐसे वाहनों की तादाद जिले में ही 1500 से ज्यादा है। ये किसी भी मानक पर खरे नहीं उतरते, किसी गाड़ी का फिटनेस नहीं है, तो किसी में आग बुझाने के यन्त्र नहीं है और किसी में फर्स्ट ऐड किट नहीं है।
मनोरंजन सिंह साहनी ने कहा कि राज्य बाल संरक्षण आयोग एवं अधिकारियों को सभी बच्चों की सुरक्षा को एक ही दृष्टिकोण से देखना चाहिए और निजी वैन और प्राइवेट वाहनों में आने वाले बच्चों के लिए भी इन वैन सचालकों को हिदायत देनी चाहिए और उनके लिए भी मानक बनाने चाहिए। जिससे हर वो बच्चा जो किसी भी साधन से स्कूल आता-जाता है उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाये और स्कूल सचालकों की तरह उनको भी इस दायरे में लाया जाये और उनकी भी जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाये। गलती या लापरवाही पर और मानक पूरे न किये जाने पर दंडात्मक कार्यवाही और जुर्माना लगाया जाये।