मदवि के 18वें दीक्षांत समारोह में कल दिखेंगी बेटियों की उपलब्धियां
रोहतक, 24 दिसंबर (हप्र)
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में बेटियों की उपलब्धियां चमकेंगी। वर्ष 2018 के बाद 26 दिसंबर को आयोजित मदवि दीक्षांत समारोह में 1216 विद्यार्थी पीएचडी की डिग्री प्राप्त करेंगे जिनमें से करीब 760 डिग्रियां महिलाओं के नाम हैं। यही नहीं बेस्ट थीसिस के तीनों पदकों में से भी दो पदक विजेता महिलाएं हैं। बताया जा रहा है कि किसी भी दीक्षांत समारोह में पीएचडी की इतनी डिग्रियां एक साथ देना एक रिकॉर्ड है। इनमें सबसे अधिक डिग्री प्रबंधन की हैं तथा सबसे कम अंत:विषय (फॉरेंसिक साइंस) अध्ययन संकाय से है। फॉरेंसिक साइंस से केवल एक विद्यार्थी ने ही पीएचडी की है।
इस दीक्षांत समारोह में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय अपने पूर्व छात्र एवं सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत को डॉक्टर ऑफ लेटर्स (कानून) की मानद उपाधि से सम्मानित करेगा।
उपराष्ट्रपति होंगे मुख्यातिथि
उल्लेखनीय है कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय का 18वां दीक्षांत समारोह 26 दिसंबर को होगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। कुलपति सहित पूरा मदवि परिवार इस दीक्षांत समारोह की तैयारी में जुटा हुआ है।
वहीं जिला प्रशासन भी उपराष्ट्रपति के आगमन की तैयारियों में जुटा हुआ है। सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं। इस दीक्षांत समारोह हेतु अनिवार्य पूर्वाभ्यास 25 दिसंबर को टैगोर सभागार में किया जाएगा।
समारोह में प्रदान की जाने वाली डिग्री
18वें दीक्षांत समारोह में अलग अलग विभाग से 1216 डॉक्टरेट डिग्री प्रदान की जाएंगी, जिसमें करीब 760 छात्राएं शामिल हैं। इनमें 10 संकाय के विभिन्न 46 विभागों में से सर्वाधिक 122 छात्र प्रबंधन अध्ययन एवम् अनुसंधान संस्थान से हैं। विभागानुसार शिक्षा संकाय से 96, इंजीनियरिंग एवम् प्रौद्योगिकी संकाय से 59, मानविकी एवम् कला संकाय से 243, अंत:विषय अध्ययन संकाय से 1, विधि संकाय से 70, जीवन विज्ञान संकाय से 130, प्रबंधन विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय से 200, औषधि विज्ञान संकाय से 44, भौतिक विज्ञान संकाय से 138, सामाजिक विज्ञान संकाय से 235 विद्यार्थी पीएचडी की उपाधि के लिए पात्र घोषित किए गए हैं।