महिला आरक्षण बिल में बीसी वर्ग की अनदेखी का आरोप, प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम सौंपा मांगपत्र
भिवानी, 17 अक्तूबर (हप्र)
भिवानी में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा व पिछड़ा वर्ग कल्यासण महासभा हरियाणा के बैनर तले विभिन्न संगठनों एवं पिछड़ा वर्ग के लोगों ने कहा है कि केंद्र सरकार ने भले ही संसद में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का बिल पास करवा लिया हो, लेकिन इस बिल में पिछड़ा वर्ग की महिलाओं की भागीदारी पर कोई चर्चा नहीं की गई, जिसके फलस्वरूप एक बार फिर से पिछड़ा वर्ग को अपने अधिकारों से वंचित होना पड़ा। भिवानी में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा व पिछड़ा वर्ग कल्यासण महासभा हरियाणा के बैनर तले विभिन्न संगठनों एवं पिछड़ा वर्ग के लोगों ने चरणबद्ध आंदोलनों की कड़ी में शहर में प्रदर्शन किया तथा तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति को मांगपत्र सौंपा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उसको उतनी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
इस मौके पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश प्रजापति ने कहा कि एक तरफ तो भाजपा सरकार पिछड़ा वर्ग के उत्थान की बात कहती है, वही अब पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को संसद में 33 प्रतिशत आरक्षण से वंचित कर पिछड़ा वर्ग से उनके राजनीतिक उत्थान का अवसर छीन लिया। इस मौके पर राष्ट्रीय मूल निवासी महिला संघ की जिला संयोजक सरला मेहरा ने कहा कि पिछड़ा वर्ग के लोग हमेशा से राजनीतिक भेदभाव का शिकार हुए है, उसके बावजूद भी ओबीसी वर्ग की महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण के कोटे से बाहर रखना उनके साथ सरासर अन्याय है। इस अवसर पर गीता लोहानी, निर्मला, पूजा, मोनिका उमरावत, भतेरी, रोशनी, सावित्री, रानी देवी, महमा, संतरा, बिमला देवी, गणेशीलाल वर्मा, लीलाराम वर्मा, रामनिवास ग्रेवाल, सत्यनारायण सैनी, अशोक जोगी, राजेश जोगी, अनिल पार्षद, विनोद पार्षद, दर्शन नाथुवास, हरीश जमालपुर, रामकुमार खटीक, मनोज उमरावत, सुरेश सैनी सहित अनेक गणमान्य मौजूद रहे।