एसीबीआईकॉन 2024: माइग्रेन और एआई पर नई दिशा की तलाश
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 6 दिसंबर
चंडीगढ़ में एसीबीआईकॉन 2024, भारतीय क्लीनिकल जैव रसायनविद संघ (एसीबीआई) का 50वां स्वर्ण जयंती सम्मेलन 4 से 7 दिसंबर तक माउंटव्यू होटल में आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में 700 से अधिक जैव रसायनविदों ने भाग लिया, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने माइग्रेन और एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के प्रयोग पर महत्वपूर्ण चर्चा की। आयोजन पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के जैव रसायन विभाग द्वारा किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन पद्म श्री प्रो. डी. बेहरा ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। डॉ. आर. के. राठो, डीन (शैक्षणिक), पीजीआईएमईआर, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उद्घाटन सत्र में सम्मेलन की स्मारिका और भारतीय क्लीनिकल जैव रसायन पत्रिका के 39वें संस्करण का विमोचन हुआ, जिसमें 300 से अधिक शोध कार्यों को जगह दी गई। सम्मेलन के दूसरे दिन तारणाथ शेट्टी स्मृति व्याख्यान में प्रो. विवेक लाल, पीजीआईएमईआर के निदेशक, ने ‘सिरदर्द (माइग्रेन) का जैव रसायन’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने माइग्रेन के इलाज में जैव रसायन के महत्व को बताया। साथ ही, एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के प्रयोगशाला चिकित्सा में उपयोग और संभावनाओं पर भी चर्चा की गई, जिसमें विशेषज्ञों ने एआई के लाभों पर प्रकाश डाला।