शिक्षाविदों ने किया नशीली दवाओं के मुद्दे से निपटने के लिए पूर्ण समर्थन का वादा
राजपुरा, 12 जनवरी (निस)
आर्यंस ग्रुप ऑफ कॉलेजिज के एक प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. अंशु कटारिया अध्यक्ष, पंजाब अनएडिड कॉलेजिज एसोसिएशन (पीयूसीए), पंजाब अनएडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस एसोसिएशन (पुटिया) और चेयरमैन, आर्यंस ग्रुप ऑफ कॉलेजिज, राजपुरा, के नेतृत्व में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। राजभवन में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें जोशी फाउंडेशन, खन्ना फाउंडेशन, ग्रेवाल फाउंडेशन और सांपला फाउंडेशन के सहयोग से पंजाब के शिक्षाविदों के साथ नशीली दवाओं के बारे में जागरूकता पर एक संवाद की मेजबानी की गई। कार्यक्रम के दौरान लगभग 50 विश्वविद्यालयों, स्कूलों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के शिक्षाविदों ने अपने विचार व्यक्त किए और पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूर्ण समर्थन का वादा किया।
अपने संबोधन में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने नशीली दवाओं की बुराई पर प्रकाश डालते हुएर कहा कि यह सिर्फ एक क्षेत्रीय समस्या नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय संकट है, खासकर पंजाब में स्थिति अधिक चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ यह युद्ध सरकार, सामाजिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य हितधारकों सहित समाज के सभी वर्गों के संयुक्त प्रयासों से ही जीता जा सकता है। कानून लागू करना महत्वपूर्ण है, लेकिन अकेले इससे समस्या का समाधान नहीं हो सकता। समाज के सभी वर्गों में जागरूकता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
डॉ. अंशु कटारिया ने राज्यपाल को आश्वासन दिया कि लगभग 400 तकनीकी संस्थान जहां लगभग 8-9 लाख छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, इस अभियान का समर्थन करेंगे और पंजाब के प्रत्येक जिले में जागरूकता फैलाने के लिए दिन-रात काम करेंगे। कटारिया ने आश्वासन दिया कि विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से छात्र नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए आगे आएंगे। सत्र को विनीत जोशी, अविनाश राय खन्ना, विजय सांपला, हरजीत सिंह ग्रेवाल आदि ने भी संबोधित किया।