5 साल में बदला शैक्षणिक माहौल, एमडीयू बना छात्रों की पहली पसंद
रोहतक, 19 अप्रैल (हप्र)
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह ने कहा कि पिछले 5 वर्ष में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के शैक्षणिक माहौल में बहुत बदलाव आया है। आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय हरियाणा में छात्रों की पहली पसंद बन चुका है। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के 49 वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
टैगोर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति ने भविष्योन्मुखी रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ग्लोबल कनेक्टिविटी, कैपेसिटी बिल्डिंग, इनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी, स्पोर्ट्स एक्सीलेंस, करिकुलम एनरिचमेंट, क्रिएटिव इनोवेशन पर फोकस रहेगा। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रयास रहेगा कि ग्रॉस हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ाने पर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल को बनाने में शिक्षकों की अहम भूमिका रही है। विश्वविद्यालय कैंपस में बढ़ती लड़कियों की संख्या ने पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल बनाया है। उन्होंने कहा कि एमडीयू में वर्ष 2018-19 में रिसर्च स्कॉलर की संख्या 700-800 होती थी लेकिन आज 1500 रिसर्च स्कॉलर हैं। डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. अनूप सिंह मान, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने 1976 से वर्तमान समय तक की एमडीयू की प्रगति यात्रा तथा उपलब्धियों का ब्यौरा दिया।
इस अवसर पर श्री बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, अस्थल बोहर के कुलपति प्रो. एच.एल. वर्मा, संबलपुर विवि, ओडिशा के पूर्व कुलपति प्रो. संजीव मित्तल तथा चौ. देवी लाल विवि, सिरसा के पूर्व कुलपति प्रो. विजय कायत बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव प्रो. खजान सिंह सांगवान तथा प्रो. जितेन्द्र प्रसाद, पूर्व लाइब्रेरियन पीएन शर्मा उपस्थित रहे।
डा. जगबीर राठी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
कार्यक्रम में एमडीयू की उपलब्धियों तथा विकास यात्रा पर डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई गई। कला एवं संस्कृति क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। शैक्षणिक उपलब्धियां प्राप्त करने वाले टॉपर्स, रिसर्च एक्सीलेंस फैकल्टी तथा शोधार्थी, एनएसएस, यूथ रेडक्रॉस तथा एनसीसी एचीवर्स, सीसीपीसी एवं यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट के प्रशिक्षुओं, राष्ट्रीय युवा महोत्सव के सांस्कृतिक दल सदस्यों, दीक्षांत समारोह संचालन समिति सदस्यों तथा दो प्रतिशत विशिष्ट वैश्विक वैज्ञानिक-प्राध्यापकों एवं शोधार्थियों को मंच से सम्मानित किया गया।