एबीवीपी का फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन
चंडीगढ़, 4 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। विभिन्न संकायों के छात्रों ने इस विरोध में भाग लिया और विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में की गई फीस वृद्धि का कड़ा विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि छात्रों पर डाला गया यह आर्थिक बोझ अस्वीकार्य है जिसे तुरंत वापस लिया जाये। परीक्षा शुल्क वृद्धि से छात्रों के बीच भारी असंतोष है। एबीवीपी इकाई अध्यक्ष परविंद्र सिंह नेगी ने कहा कि पीयू ने छात्रों की आर्थिक समस्याओं को नजरअंदाज करते हुए फीस बढ़ा दी। परीक्षा शुल्क में वृद्धि को छात्रों और उनके परिवारों पर ‘अनुचित बोझ’ बताया।
एबीवीपी ने छात्रावासों में गेस्ट बेसिस पर रहने के लिए लगने वाले दैनिक शुल्क में वृद्धि का भी विरोध किया। दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को अक्सर आपात स्थिति में गेस्ट आवास की आवश्यकता होती है। वर्तमान वृद्धि अनुचित है और इस पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।
पीएचडी पाठ्यक्रम शुल्क में बढ़ाने का भी विरोध
पीएचडी पाठ्यक्रम की फीस वृद्धि को लेकर एबीवीपी ने कहा कि इस तरह के निर्णय उच्च शिक्षा को महंगा बना रहे हैं और इससे छात्र उच्च डिग्रियों को हासिल करने से हतोत्साहित हो सकते हैं। एबीवीपी ने प्रशासन से शुल्क संरचना को संशोधित करने की मांग की। पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन ने एबीवीपी के छात्र प्रतिनिधियों से मुलाकात की और उनकी चिंताओं को दूर करने का आश्वासन दिया। प्रशासन ने इन मुद्दों की गहन जांच के लिए एक समिति गठित करने पर सहमति व्यक्त की, जो विशेष रूप से फीस वृद्धि के पीछे के तर्कों का पुनर्मूल्यांकन करेगी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस समिति में छात्रों को भी शामिल किया जाएगा। यह समिति 7 दिनों के भीतर गठित होने की उम्मीद है।