30 वर्ष से ऊपर उम्र में बीपी-शुगर का खतरा ज्यादा
सोनीपत, 4 जुलाई (हप्र)
आज की भागदौड़ जिंदगी और अनियमित जीवनशैली लोगों को ब्लड प्रेशर और शुगर का मरीज बना रही है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में आने वाले 30 वर्ष से अधिक आयु वाले मरीजों की बीपी और शुगर की जांच अनिवार्य कर दिया है। 5 दिन के आंकड़ों पर गौर करे तो ओपीडी में कुल 140 नये मरीजों की बीपी-शुगर की जांच की गई। इनमें से 45 (32 प्रतिशत) मरीजों को बीपी और 28 (20 प्रतिशत) में शुगर मिली।
डाक्टर ने इन मरीजों को इलाज के साथ खानपान सुधारने और व्यायाम करने की सलाह दी है। नागरिक अस्पताल में ओपीडी के कमरा नंबर 24 में फिजिशियन डॉ. सीमा और मरीजों की बीपी-शुगर की जांच कर रही डॉ. वृंदा ने बताया कि ओपीडी में इलाज कर रहे सभी डाक्टरों को उनके यहां आने वाले 30 साल से अधिक आयु वाले सभी मरीजों की बीपी-शुगर की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग बीपी और शुगर से बचने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है।
नये मरीजों को सलाह
- नियमित रूप से व्यायाम करें, सप्ताह में 5 दिन 30 मिनट तक व्यायाम करें। तेज चलें, दौड़ें, साइकिल चलाएं
- संतुलित आहार लें, फल व हरी सब्जियों का सेवन करें
- खाने में नमक व मीठा कम रखें
- अपने वजन को नियंत्रित रखें
- तंबाकू व शराब का सेवन न करें
- मानसिक तनाव को कम करें। योग-ध्यान करें
- आहार में अधिक फाइबर लें
- भोजन चबा-चबाकर खाएं
- आहार में वसा की मात्रा कम रखें
- आहार में प्रोटीन का मात्रा ज्यादा रखें
- अच्छी नींद लें और तनाव मुक्त रहें
खानपान, जीवनशैली बदलनी होगी
डिप्टी सीएमओ व गैर संचारी रोग विभाग की प्रभारी डॉ. गीता दहिया ने कहा कि अस्पताल में आने वाले 30 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी मरीजों की बीपी और शुगर की जांच अनिवार्य की गई है। लोगों को बीमारी का कारण बन रहे गलत खानपान और जीवनशैली को बदलना होगा। ऐसे मरीजों को नियमित इलाज के साथ ही व्यायाम करने और पौष्टिक आहार की सलाह दी जाती है।