Abohar Accident : ट्रैक्टर से टकराई द्वारिका जा रहे श्रद्धालुओं की कार, मां-बेटी की मौत
अबोहर, 2 जनवरी(दविंद्र पाल/निस)
Abohar Accident : गुजरात के सूरत से कार में सवार होकर देवभूमि द्वारिका जा रहे श्रद्धालुओं की कार बुधवार सुबह करीब 5 बजे गुजरात के खम्भालिया के पास एक ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गई। इससे कार में सवार मां-बेटी की मौत हो गई जबकि बेटी का पिता गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को तुरंत ही खम्भालिया अस्पताल में पहुंचाया गया जबकि मृतकों के शव वीरवार दोपहर को अबोहर और श्रीगंगानगर पहुंचे तथा सांय के समय दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।
मृतका के परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अबोहर के नई आबादी गली नं. 7 निवासी सतीश सिंगला का बेटा हर्ष सिंगला श्रीगंगानगर निवासी अशोक कुमार मित्तल की बेटी दिव्या के साथ विवाहित है। दिव्या सिंगला गुजासत के सूरत में बैंक में नौकरी करती थी। इसी के चलते दिव्या व हर्ष सिंगला दोनों सूरत में ही रहते थे। नव वर्ष के उपलक्ष्य में दिव्या व हर्ष सिंगला के माता पिता ने द्वारिकापुरी के दर्शन करने का कार्यक्रम तय किया और अबोहर निवासी हर्ष के पिता सतीश सिंगला, उनकी पत्नी सीता रानी 21 दिसंबर को यहां से रेल मार्ग द्वारा सूरत पहुंचे।
श्रीगंगानगर निवासी दिव्या के पिता अशोक कुमार मित्तल और उनकी माता राधारानी भी सूरत पहुंच गए। मृतका के परिजनों ने बताया कि नए वर्ष पर द्वारिकापुरी में दर्शन करने के लिए यह सभी लोग कार में सवार होकर द्वारिकापुरी जा रहे थे कि 1 जनवरी बुधवार को सुबह करीब 5 जब यह लोग गुजरात के खम्भालिया और भाटिया शहर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे तो इनकी कार मूंगफली से भरी ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गई।
इस हादसे में कार में सवार करीब 28 वर्षीय दिव्या सिंगला और करीब 54 वर्षीय उनकी माता राधा रानी मित्तल की मौत हो गई जबकि दिव्या के पिता अशोक कुमार मित्तल बुरी तरह से घायल हो गए। घटना का पता चलते ही लोगों ने घायल को अस्पताल पहुंचाया तथा मां-बेटी के शवों को खम्भालिया के अस्पताल में रखवाया।
इधर यह दुखद समाचार मिलते ही अबोहर व श्रीगंगानगर निवासी दोनों परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई। आज वीरवार बाद दोपहर राधा रानी का शव श्रीगंगागर और दिव्या सिंगला का शव अबोहर लाया गया तथा सांय के समय बेहद ही गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। जहां पर बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों ने दिव्या सिंगला को अंतिम विदाई दी।