नहर निर्माण पर ‘आप’ अपना रही दोहरा रवैया : मनोहर
चंडीगढ़, 6 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एसवाईएल मुद्दे पर पंजाब सरकार पर दोहरा रुख अपनाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को इस मामले पर अपना निश्चित रुख स्पष्ट करना चाहिए। एक ही पार्टी के नेता अलग-अलग बातें कहते हैं। इस मुद्दे पर आप पार्टी को चर्चा को केवल पंजाब भवन तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए बल्कि आपसी सहमति से विस्तृत चर्चा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक ही सरकार के दो चेहरे उजागर हो रहे हैं, दोमुंही सरकार है। पंजाब सरकार इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने की बजाय घड़ियाली आंसू बहा रही है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आदेश में कहा कि केंद्र सरकार जमीन, जो जमीन वापस कर दी है, उसे अधिगृहीत करके सुरक्षित करे। इसके लिए 3 माह का समय दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से सतलुज यमुना लिंक नहर का काम पूरा कराने के लिए पंजाब में सर्वे की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करवाने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने एसवाईएल के शीघ्र निर्माण के संबंध में दिये गये निर्णय पर सर्वोच्च न्यायालय का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सदैव आपसी बातचीत से समाधान निकालने के पक्ष में रहा है। लेकिन एसवाईएल के निर्माण और पानी के बंटवारे को लेकर पंजाब का रवैया हमेशा अड़ियल रहा है। उन्होंने कहा कि एसवाईएल का निर्माण पूरा नहीं होने की वजह से हरियाणा के किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। नहर का निर्माण पूरा होने से प्रदेश के किसानों को सिंचाई के लिए अतिरिक्त जल की उपलब्धता होगी, जो न केवल खेती की पैदावार बढ़ाएगी बल्कि किसानों की आमदनी में वृद्धि करने में सहायक होगी। यह सर्वविदित है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और हरियाणा की भाजपा सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध है और इस संबंध में निरंतर कार्य कर रही है।
एशियाई खेलों के विजेताओं पर बरसेगी लक्ष्मी
एशियाई खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में वृद्धि की है। मुख्यमंत्री ने कहा चीन में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में भी हरियाणा के खिलाड़ियों ने धूम मचा रखी है। इन खेलों में भारत से कुल 655 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें 86 खिलाड़ी अकेले हरियाणा से हैं। इन खिलाड़ियों ने अब तक कुल 22 पदक हासिल किए हैं। इनमें 7 स्वर्ण, 3 रजत और 12 कांस्य पदक शामिल हैं। सरकार स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेताओं को 1.5 करोड़ और कांस्य पदक विजेताओं को 75 लाख रुपये देगी। प्रतिभागी खिलाड़ी को भी 7.5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।