डंकी रूट से अमेरिका गये युवक ने की आत्महत्या, 15 दिन बाद गांव पहुंचा शव
शाहाबाद मारकंडा, 11 मार्च (निस)
डंकी रूट से अमेरिका गए गांव लंढी के एक युवक द्वारा सुसाइड करने के 15 दिन बाद शव मंगलवार को गांव पहुंचा। ग्रामीणों और परिजनों ने एजेंट पर युवक को मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया और उसे गिरफ्तार करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। डीएसपी के समझाने और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। जानकारी के अनुसार, गांव लंढी निवासी गुरमीत कौर ने कहा कि उसके पति बलजीत को एजेंट ने लीगल तरीके से अमेरिका भेजने के लिए 42 लाख रुपए की मांग की थी। जबकि 11 मई को डोंकी के माध्यम से मैक्सिको के रास्ते से अमेरिका भेजा। वहां कैंप में 2 महीने 7 दिन रखा गया। एजेंट को 45 लाख रुपये दिये थे और अब वह 6 लाख रुपये और मांग रहा था। कैंप में बलजीत को टॉर्चर किया गया। उसके पति ने एजेंट द्वारा प्रताड़ित करने पर 25 फरवरी को सुसाइड कर लिया था और मंगलवार को 15 दिनों बाद शव शाहाबाद पहुंचा है। शव गांव लंढी में पहुंचा तो मृतक के परिजनों ने एजेंट को गिरफ्तार करने की मांग की और उसके बाद ही शव के अंतिम संस्कार की मांग की। गुरमीत कौर ने आरोप लगाया कि एजेंट ने उसके पति को मानसिक रूप से काफी परेशान किया, जिस कारण उसके पति ने यह कदम उठाया। उसने बताया कि सुसाइड के 12 दिन कुरुक्षेत्र में मामला दर्ज किया है और एजेंट मनोज कुमार को भी बुलाकर पुलिस ने पूछताछ भी की, लेकिन 2 घंटे बाद आरोपी को छोड़ दिया। जब तक एजेंट गिरफ्तार नहीं होगा तब तक शव का अंतिम संस्कार भी नहीं होगा। मामले की सूचना मिलते ही शाहाबाद थाना प्र्रभारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन नहीं माने। डीएसपी रामकुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से बात करवाने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया।
...पापा, जितने ये कहें, पैसे खातों में डाल दो! नहीं तो ये लोग मार देंगे
कैथल, 11 मार्च (हप्र)
अमेरिका जाने की चाहत में दो युवा ऐसे जाल में फंसे कि अब उनकी जिंदगी दांव पर लगी है। जिले के मोहना गांव निवासी युवराज और पंजाब के एक युवक को डंकी रूट से अमेरिका भेजने का झांसा देकर ग्वाटेमाला में बंधक बना लिया गया। डोंकरों ने पिस्तौल तानकर दोनों पर बेरहमी से पीटा और उनके परिवारों को वीडियो भेजकर 20,000 डॉलर (17.5 लाख रुपये) फिरौती की मांग की। बेटे का रोता-बिलखता वीडियो देखकर युवराज के पिता कुलदीप की रूह कांप उठी। वीडियो में डोंकरों ने युवकों को फर्श पर उल्टा लिटाकर थप्पड़ों और लातों से पीटा। फिर पिस्तौल लोड कर धमकाया कि पैसे दो, वरना लाश भी नहीं मिलेगी। बताया गया है कि पीड़ित युवक युवराज के पिता ने जब एजेंटों से बेटे को बचाने की गुहार लगाई, तो साफ जवाब मिला कि अगर उसे जिंदा देखना चाहते हो तो पैसे दो। बेटे का गिड़गिड़ाता वीडियो भी आया पापा, नवजोत भाई और माइकल भाई के खाते में पैसे डाल दो... जितने ये कहें, डाल दो! नहीं तो ये लोग मार देंगे। युवराज के पिता ने बेटे को अमेरिका भेजने के लिए तीन एजेंटों से 41 लाख रुपये में सौदा किया था। एजेंटों ने कहा था कि पूरा पैसा तभी देना जब अमेरिका पहुंच जाएगा, 14 लाख रुपये पहले ही ठग लिए। अक्तूबर 2024 में युवराज को डंकी रूट से अमेरिका भेजा गया। कुछ दिनों तक फोन पर बातचीत होती रही, लेकिन फिर कॉल आना बंद हो गया। एजेंटों ने परिजनों को बहलाया कि युवराज जंगलों और समुद्र के रास्ते अमेरिका जा रहा है, वहां नेटवर्क नहीं मिलता, पर हकीकत कुछ और ही थी।
3 एजेंटों पर केस दर्ज
पूंडरी थाना पुलिस ने कुरुक्षेत्र निवासी माइकल, दुसैन के नवजोत और देवेंद्र के खिलाफ इमिग्रेशन एक्ट व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी रमेश कुमार ने कहा कि तीनों आरोपी फरार हैं, लेकिन जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे।