पंचायत में चाकू घोंप कर युवक की हत्या, बचाने आए भाई पर भी हमला
पानीपत, 8 जून (हप्र)
गांव छिछड़ाना में 2 भाइयों रामचंद्र उर्फ नानू और सुभाष उर्फ भाषा की खेत की जमीन के बंटवारे को लेकर रविवार को गांव की चौपाल में पंचायत चल रही थी। पंचायत में दोनो भाइयों के अलावा उनके रिश्तेदार, गांव के मौजिज व्यक्ति, रामचंद्र का लड़का सुनील व अनिल और सुभाष का लड़का जयपाल उर्फ रिंकू भी मौजूद था।
पंचायत में जमीन के बंटवारे को लेकर दोनों पक्षों द्वारा अपनी-अपनी बात रखी गई। इस दौरान एक भाई सुभाष के लड़के जयपाल ने तैश में आकर चचेरे भाई सुनील पर चाकू से कई वार कर दिये, जिससे सुनील गंभीर रूप से घायल हो गया। सुनील का छोटा भाई अनिल बचाने के लिये आया तो आरोपी जयपाल ने उसके भी पेट में चाकू घोंप दिया। जिससे दोनो भाई गंभीर रूप से घायल हो गये और परिजन व रिश्तेदार उनको लेकर एक नजदीक के निजी अस्पताल पहुंचे तो डाॅक्टर ने जांच के बाद सुनील को मृत घोषित कर दिया और गंभीर रूप से घायल अनिल को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वारदात के उपरांत आरोपी युवक जयपाल और उसका पिता सुभाष मौके से फरार हो गये।
सूचना मिलने पर मतलौडा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक सुनील के शव को पोस्टमार्टम के लिये सिविल अस्पताल भिजवाया। मृतक सुनील की आयु 35 वर्ष है और उसके 2 बच्चे हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल अनिल (32) मृतक का छोटा भाई है। हालांकि अनिल की हालत भी नाजुक बताई जा रही है। वहीं मतलौडा थाना प्रभारी एसआई पवन कुमार ने कहा कि मृतक के परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। घायल अनिल के बयान भी लिए जाएंगे। परिवार से जो शिकायत मिलेगी, उसके आधार पर केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल आरोपी पिता-पुत्र फरार हैं। दोनों की तलाश में टीमें जुटी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सड़क से लगती जमीन के रेट बढ़ने पर हुआ विवाद
ग्रामीणों के अनुसार दोनों परिवार गांव में तकरीबन 2 एकड़ जमीन में खेत में रहते हैं। इस जमीन में रामचंद्र के परिवार का हिस्सा सड़क की तरफ वाला है, जबकि सुभाष का परिवार सड़क से दूर वाली साइड में रहता है। कुछ समय पहले रामचंद्र के घर के आगे चौड़ी सड़क बन गई जो कई गांवों को जोड़ती है। यह सड़क बन जाने से रामचंद्र के मकान और उसकी जमीन का रेट बढ़ गया। ग्रामीणों के अनुसार, जमीन की कीमत बढ़ने के बाद दोनों भाइयों के परिवारों में विवाद शुरू हो गया। सुभाष का लड़का जयपाल जमीन का सड़क साइड वाला हिस्सा मांग रहा था, लेकिन रामचंद्र के दोनों बेटे तैयार नहीं थे, क्योंकि वह लंबे समय से इसमें रह रहे थे।