पांच दिन से नहर के पास बेसुध पड़ा रहा पटना का युवक, लोगों ने बचायी जान
रेवाड़ी, 2 जून (हप्र)
पटना के एक कर्मचारी से ट्रेन में लूटपाट व मारपीट करने के बाद बदमाश फरार हो गए। वह बेसुध हालात में पांच दिनों तक शहर की दिल्ली रोड स्थित जेएलएन नहर के पास पड़ा रहा। फरिश्ता बनकर पहुंचे लोगों ने उसे घर ले जाकर उसे नहलाया, भोजन कराया और दवाइयां दी। तत्पश्चात उसने आपबीती बताई।
समाचारों के अनुसर जिला के गांव मांढैया कलां का सुरेन्द्र सिंह रविवार को जेएलएन नहर के पास से जब जा रहा था तो उसने भीषण गर्मी में एक बेसुध युवक को लावारिश हालात में पड़ा देखा। पहले तो उसे ऐसा लगा कि कोई नशेड़ी है या फिर मंदबुद्धि है। लेकिन कपड़ों व उससे बातचीत से लगा कि उसके साथ कोई वारदात हुई है। उसने इस युवक की मदद के लिए समाजेसवी हरिओम कालका व कामरेड राजेन्द्र सिंह से संपर्क किया।
सुरेन्द्र ने बताया कि वह बेसुध युवक को अपने घर ले गया और ठंडे पानी से नहलाया। खाना व दवाई भी दी। धीरे-धीरे उस युवक को होश आने लगा और उसने आपबीती बताई। उसने बताया कि वह दिल्ली की एक कंपनी में नौकरी करता है और पटना का रहने वाला है। पांच दिन पूर्व वह दिल्ली से ट्रेन में पटना के लिए चला था। ट्रेन में कुछ बदमाशों ने उसके साथ मारपीट करते हुए उससे नकदी, दस्तावेज व मोबाइल फोन छीन लिये। उसे नहीं पता वह नहर के पास कैसे पहुंचा। वह पांच दिन से भूखा-प्यासा था। उसने अपना नाम शत्रुघ्न बताया और परिजनों के फोन नंबर भी बताए। सुरेन्द्र ने कहा कि बताए गए नंबरों पर जब बात की गई तो उसकी मां ने फोन उठाया और जब उसे पता चला कि उसका बेटा शत्रुघ्न ठीक है तो उसकी सांस में सांस आई। कामरेड राजेन्द्र सिंह ने बताया कि उसके परिजन उसे लेने के लिए पटना से रवाना हो चुके थे।