ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के नुकसान की होगी रिपोर्ट तैयार
चंडीगढ़, 20 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करवाया जाएगा। नुकसान की रिपोर्ट के हिसाब से किसानों को खराब हुई फसलों का मुआवजा मिलेगा। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने सभी जिला उपायुक्तों को नुकसान का आकलन करने के लिए तुरंत सर्वे करवाने को कहा है। वे शनिवार को चंडीगढ़ में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिला उपायुक्तों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा, किसानों की संतुष्टि हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने प्रशासनिक सचिवों, सभी जिलों के उपायुक्तों तथा रबी-फसल की खरीद से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश की मंडियों में गेहूं व सरसों की आवक तेजी से बढ़ रही है। किसानों व आढ़तियों से तालमेल करके रविवार को मंडियों में फसल की खरीद बंद रखें और ट्रकों व अन्य वाहनों के माध्यम से 24 घंटे में 50 प्रतिशत गेहूं व सरसों की फसलों का मंडियों से कल शाम तक उठान करवाकर गोदामों में रखवाएं। अगर मंडियों में फसलों के उठान में कोताही न बरती जाए। वे स्वयं इसका फीडबैक लेंगे। उन्होंने कहा - अगर गेहूं उठान के लिए आढ़ती अपने वाहन का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तय रेट दे दिए जाएं। किसान की फसल का जे-फॉर्म कटने के 72 घंटे के अंदर-अंदर फसल का भुगतान किया जाए। उन्होंने अनाज मंडियों से फसलों का समय पर उठान करने और किसानों को हरसंभव सुविधा मुहैया कराने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने प्रशासनिक सचिवों को भी समय -समय पर अपने अधीन मंडियों की विजिट करने के भी निर्देश दिए। आढ़तियों के साथ तालमेल करके श्रमिकों की व्यवस्था करें, ताकि ट्रकों से गेहूं की लोडिंग व अनलोडिंग में दिक्कत न हो। प्रसाद ने फसल खरीद से संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों को अपनी फसल की बिक्री करने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।