एनएचएम मिशन निदेशक के आदेशों के विरोध में सिविल सर्जन को सौंपा ज्ञाापन
नारनौल, 2 अप्रैल (हप्र)
जिला में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों को निदेशक द्वारा जियो फैंसड बेसड अटेंडेंस ऐप पर हाजिरी लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। जिसके विरोध स्वास्थ्य कर्मचारी संघ संबंधित भारतीय मजदूर संघ की जिला इकाई द्वारा जिला अध्यक्ष डाॅ. पुष्पेंद्र की अध्यक्षता में एक आपात बैठक का आयोजन किया गया। डाॅ. पुष्पेंद्र ने बताया कि मोबाइल ऐप व्यक्तिगत संवेदनशील डाटा तक अनधिकृत पहुंच, साइबर धोखाधड़ी और डेटा के दुरुपयोग के खतरे को बढ़ाता है। अत: उपरोक्त सभी चिंताओं के मध्यनजर जियो फैंसड बेस्ड अटेंडेंस एेप के प्रति वह अपनी असहमति देते हैं एवं जिले का कोई भी एनएचएम कर्मचारी जियो फैंसड बेस्ड अटेंडेंस एेप के लिए अपना डाटा साझा नहीं करेगा। जिला मंत्री विनोद राव ने बताया कि कर्मचारी को मोबाइल डाटा एप्लिकेशन के आधार पर ट्रेक किया जाएगा, जोकि निजता के अधिकार का उल्लंघन है। उपरोक्त मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार किसी भी व्यक्ति को निजता का भी मौलिक अधिकार का दर्जा दिया गया है। बैठक के बाद संघ की जिला इकाई द्वारा सिविल सर्जन डाॅ. अशोक कुमार को लिखित में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि जब तक स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी श्रेणियों के लिए जियो फैंसड बेस्ड अटैंडस एेप से संबंधित एक समान आदेश जारी नहीं होते हैं, तब तक एनएचएम कर्मचारी भी एेप से अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करेगा।
संघ के प्रदेश कार्यालय सचिव हरकेश ने कहा कि विभाग के अधिकारियों द्वारा बार-बार तुगलकी पत्र जारी करके एनएचएम कर्मचारियों को उकसाने का काम किया जा रहा है। इस अवसर पर जितेंद्र यादव, डाॅ. गिरधर, ऋषि गोठवाल, बिंदु यादव, सुनीता कुमारी, दिनेश शर्मा, टीका थापा बहादुर, गौरव कक्कड़ आदि उपस्थित थे।