दादरी के विकास के लिए बनेगा मास्टर प्लान : सुनील सांगवान
चरखी दादरी, 21 अक्तूबर (हप्र)
विधायक सुनील सांगवान ने सोमवार को दादरी के रेस्ट हाउस में डीसी राहुल नरवाल की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ मीटिंग में कहा कि अधिकारी मास्टर प्लान के अनुसान विकास का खाका तैयार करें। प्रदेश सरकार के माध्यम से मास्टर प्लान के अनुसार ही दादरी में विकास को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को बिजली-पानी व सीवरेज जैसी समस्याओं का स्थाई निदान करने के निर्देश दिये।
मीटिंग में डीसी राहुल नरवाल की मौजूदगी में विधायक सुनील सांगवान ने आगामी विकास कार्यों को लेकर लेकर चर्चा की और अपनी प्लानिंग के बारे में अवगत कराया। सांगवान ने दादरी शहर में जलभराव के निदान बारे एक सप्ताह का समय दिया और कहा कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। खेतों में जलभराव को लेकर छोटी-छोटी ड्रेन बनाई जाएंगी वहीं दादरी शहर में मास्टर प्लान अनुसार ही सीवरेज व पेयजल लाइनों का जाल बिछेगा। आगामी दो दिनों के दौरान दादरी शहर में जलभराव के समाधान बारे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है। इस अवसर पर डीसी राहुल नरवाल के अलावा जिला परिषद सीईओ प्रदीप कौशिक, एसडीएम नवीन कुमार, लोहारू जल सेवाएं मंडल के कार्यकारी अधिकारी, पंचायती राज एक्सईएन, बिजली निगम एक्सईएन, पब्लिक हेल्थ व नगर परिषद के एसडीओ सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। मीटिंग के बाद विधायक सुनील सांगवान ने दादरी शहर के कई स्थानों के अलावा कलियाणा रोड पर जलभराव के साथ-साथ लोगों की समस्याएं जानी।
विधायक ने लिया स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा
दादरी के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक सुनील सांगवान सोमवार एक्शन मोड में दिखाई दिए। वे दादरी के सिविल अस्पताल में अपनी माता का इलाज कराने पहुंचे। जहां उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया और मरीजों से बात करते हुए उनको मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बारे जानकारी ली। इस दौरान विधायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मरीजों को इलाज के लिए किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े। विधायक ने कहा कि उनके पिता पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के समय अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध करवाई गई थी, जो इस समय खराब पड़ी है। डीसी सहित आला अधिकारियों के माध्यम से जल्द अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये हैं कि अस्पताल में खामियों को जल्द पूरा करें और किसी तरह मरीजों को कोई परेशानियां नहीं आनी चाहिए।