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झगड़े में युवक के दिल में घुसा चाकू, डॉक्टरों ने 4 घंटे में निकाला

09:04 AM Oct 22, 2024 IST

रोहतक, 21 अक्तूबर (हप्र)
पीजीआई रोहतक के हृदय शल्य चिकित्सा विभाग में कार्डियक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने एक मरीज को नया जीवनदान देने का कार्य किया है। हृदय शल्य चिकित्सा विभाग अध्यक्ष डॉ. संदीप सिंह ने बताया कि 16 अक्तूबर की रात सोनीपत जिले के एक गांव में रहने वाले 26 वर्षीय युवक को झगड़े के दौरान रात्रि करीब 11:30 बजे किसी ने हृदय में चाकू मार दिया। चाकू छाती में फंस गया और उसका हैंडल टूट कर अलग हो गया। उन्होंने बताया कि ऐसे में मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे अल सुबह करीब 2 बजे पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर में लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत कार्डियक सर्जरी विभाग में सूचना दी। डॉ. संदीप सिंह ने बताया कि मरीज की गंभीर हालत के बारे में पता चलते ही डॉ. पनमेश्वर राथिया और डॉ. सौरंकी प्रधान को ट्राॅमा सेंटर में मरीज की जांच के लिए भेजा गया। उन्होंने जब मरीज की जांच की तो पता चला की चाकू हृदय के अंदर पूरी तरह से फंसा हुआ है। उन्होंने इसकी सूचना संस्थान के निदेशक व हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एसएस लोहचब को दी। डॉ. लोहचब तुरंत ऑपरेशन थिएटर में पहुंचे और मरीज को कार्डियक सर्जरी ओटी में शिफ्ट करवाया।
डॉ. एसएस लोहचब ने बताया कि चाकू चौथे कॉस्टोकॉन्ड्रल जंक्शन से होते हुए दाएं फेफड़े, पेरीकार्डियम से होते हुए दाएं एट्रीयम में घुसा हुआ था। ऐसे में यदि चाकू को सीधा निकाल दिया जाता तो अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते मरीज की जान जा सकती थी। चिकित्सकों ने योजनाबद्ध तरीके से ऑपरेशन शुरू किया। डॉ. लोहचब ने बताया कि मरीज की हृदय के पास वाली झिल्ली को और अधिक खोला गया और चाकू को बाहर निकाल कर राइट साइड चैंबर को रिपेयर किया गया, इसके साथ ही फेफड़ों को
भी रिपेयर करके चाकू बाहर निकाल दिया गया। डॉ. लोहचब ने बताया कि करीब 3-4 घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन के बाद उनकी टीम मरीज की जान बचाने में सफल रही। उन्होंने कहा कि अभी मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहा है और जल्द ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

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