लंदन में जयशंकर के काफिले में घुसा खालिस्तानी
लंदन/नयी दिल्ली, 6 मार्च (एजेंसी)
लंदन में खालिस्तान समर्थक नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों के एक छोटे समूह में शामिल एक व्यक्ति ने उस समय सुरक्षा घेरा तोड़कर विदेश मंत्री एस जयशंकर की कार को रोकने का प्रयास किया, जब वह थिंक टैंक ‘चैथम हाउस’ के मुख्यालय से बाहर निकल
रहे थे।
भारत ने ऐसी भड़काऊ गतिविधियों की कड़ी निंदा की है। उधर, ब्रिटेन ने भी मामले को अस्वीकार्य करार दिया। अलगाववादियों के झंडे लहरा रहे समूह को रोकने के लिए बुधवार रात को अवरोधक लगाए गए थे और बड़ी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों की उन पर नजर थी। तभी भारत का झंडा पकड़े एक व्यक्ति ने अवरोधकों को पार करके मंत्री की कार का रास्ता रोकने की कोशिश की और अधिकारी उसे पकड़ने के लिए दौड़े। पुलिस अधिकारी उसे तुरंत एक तरफ ले गए। इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने सुरक्षा में चूक की इस घटना की निंदा की और ब्रिटिश सरकार से ‘अपने राजनयिक दायित्वों का पालन करने’ का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा,‘हम अपेक्षा करते हैं कि ऐसे मामलों में मेजबान सरकार अपने कूटनीतिक दायित्वों का पूरी तरह से पालन करेगी।’
‘पीओके की वापसी के बाद कश्मीर विवाद सुलझेगा’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कश्मीर विवाद का समाधान पीओके की वापसी के बाद ही होगा, जो अवैध रूप से पाकिस्तान के कब्जे में है। जयशंकर ने बुधवार को लंदन में यह टिप्पणी की। उधर, पाकिस्तान ने जयशंकर की टिप्पणी को बेबुनियाद बताते हुए इसे खारिज कर दिया। साथ ही इस मुद्दे के समाधान की मांग की। जयशंकर ने कश्मीर मुद्दे के ‘समाधान’ के बारे में एक श्रोता के सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘कश्मीर के संबंध में, मुझे लगता है, वास्तव में हमने इसके ज्यादातर मुद्दों को हल करने की दिशा में अच्छा काम किया है।’ जयशंकर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हम जिस चीज का इंतजार कर रहे हैं, वह पीओके (कश्मीर के चुराए गए हिस्से) की वापसी है, जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है। जब ऐसा हो जाएगा, तो मैं आपको आश्वासन देता हूं कि कश्मीर मुद्दे का समाधान हो जायेगा।’ उधर, पाकिस्तान ने कहा कि आजाद जम्मू-कश्मीर के बारे में बेबुनियाद दावे करने के बजाय भारत को पिछले 77 वर्षों से अपने कब्जे में रखे गए जम्मू-कश्मीर के एक बड़े क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए।
किसने रोका है : उमर
जम्मू (टि्रन्यू) : जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने जयशंकर की टिप्पणी पर विधानसभा में कहा, ‘उन्हें (भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार) पीओके वापस लेने से किसने रोका है? क्या हमने उन्हें कभी रोका? वे हाजी पीर दर्रे को भी वापस ला सकते हैं, तो उन्हें ऐसा करना चाहिए।
डॉलर की जगह लेने के लिए हमारी कोई नीति नहीं
अमेरिकी डॉलर की भूमिका, डी-डॉलराइजेशन पर ब्रिक्स की स्थिति और भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण पर जयशंकर ने खुलकर बात की। उन्होंने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि भारत अमेरिकी डॉलर की जगह लेने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि डॉलर की जगह लेने के लिए हमारी ओर से कोई नीति है। जैसा कि मैंने कहा, आखिरकार, आरक्षित मुद्रा के रूप में डॉलर अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक स्थिरता का स्रोत है और अभी, हम दुनिया में जो चाहते हैं वह अधिक आर्थिक स्थिरता है। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिकी प्रशासन बहुध्रुवीय व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, जो भारत के हितों के अनुकूल है और दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते की आवश्यकता पर सहमत हुए हैं।