मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

गुरु हरकृष्ण के प्रकाश पर्व पर सजाया महान नगर कीर्तन

08:37 AM Jul 28, 2024 IST
अम्बाला शहर में शनिवार को आयोजित नगर कीर्तन के सम्मान के लिए खड़े हरियाणा कमेटी के पदाधिकारी। -हप्र

अम्बाला शहर, 27 जुलाई (हप्र)
नगर कीर्तन के साथ ही आज गुरु हरकृष्ण साहिब के प्रकाश पर्व पर 3 दिवसीय समागम प्रारंभ हो गया है। गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया में पंज प्यारों की अगुवाई में महान नगर कीर्तन सजाया गया। नगर कीर्तन की शुरूआत से पूर्व गुरु चरणों में अरदास की गई, जिसके बाद गुरु ग्रंथ साहिब केसमक्ष शाीश नवाने के लिए संगत का हजूम उमड़ पड़ा।
नगर कीर्तन खतौली, मंडौर, जग्गी गार्डन, बलदेव नगर, पंचायती गुरुद्वारा बलदेव नगर, गुरुद्वारा सिंघ सभा बलदेव नगर, बरनाला, गरनाला, जनेतपुर, टुंडली, तोपखाना, टुंडला, डिफेंस कॉलोनी, कलरेहड़ी, नगला मौड, हंडेसरा चौक, तसिंबली से होते हुए वापिस गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में संपन्न हुआ। इस अवसर पर संगत ने आतिशबाजी करके नगर कीर्तन का स्वागत किया। इससे पूर्वं गुरुद्वारा गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब में सबसे पहले गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ साहिब आरंभ किया गया। इस अवसर पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुदर्शन सिंह सहगल, कार्यकारिणी समिति सदस्य टीपी सिंह, सदस्य बीएस बिंद्रा, बाबा गुरमीत सिंह कार सेवा वाले, एडिशनल सेक्रेटरी कुलदीप सिंह भानोखेड़ी, परमजीत सिंह शेरगढ़, गुरुद्वारा नाडा साहिब पंचकूला के हेड ग्रंथी जगजीत सिंह, मैनेजर हरविंदर सिंह, ग्रंथी बूटा सिंह समेत अन्य कर्मचारी एवंं भारी गिनती में संगत मौजूद रही।
कार्यकारिणी समित सदस्य टीपी सिंह ने कहा कि खालसा पंथ में दस्तार का खास महत्व को देखते हुए हरियाणा कमेटी द्वारा समागम में दस्तार प्रशिक्षण शिविर भी लगाया गया है। सदस्य बीएस बिंद्रा ने बताया कि समागम में 28 जुलाई की रात को कीर्तन दरबार सजाया जाएगा जिसमें दरबार साहिब से हजूरी रागी जत्था भाई जगतार सिंह, भाई कमलदीप सिंह चंबा, भाई अमरविंदरजीत सिंह कीर्तन करेंगे जबकि सिंघ साहिब ज्ञानी जसविंदर सिंह गुरबाणी कथा करेंगे। इसके अलावा 29 जुलाई को अखंड पाठ के भोग उपरांत सुबह 10 से सायं 4 बजे तक धार्मिक दीवान सजाए जाएंगे।
दीवान में दरबार साहिब अमृतसर से हजूरी रागी भाई सतिंदरपाल सिंह, करतार सिंह महरम का ढाडी जत्था, भाई कुलविंदर सिंह अखंड कीर्तनी जत्था, सतनाम सिंह लालू घुमन, भाई लखविंदर सिंह पारस संगत को गुरु इतिहास से जोड़ेगा।

Advertisement

Advertisement