ए ग्रेड धान का सीजन समाप्ति की ओर, सुस्त उठान ने व्यवस्थाओं की खोली पोल
अम्बाला शहर, 27 अक्तूबर (हप्र)
ए ग्रेड धान का सीजन अब समाप्ति की ओर है और केवल एक सप्ताह की आवक बाकी रह गई है। सरकारी खरीद 15 नवंबर तक जारी रहेगी, लेकिन इस सीजन में उठान व्यवस्था की गंभीर कमी ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है। रविवार को खरीद बंद रहने के बावजूद उठान कार्यों में कोई सुधार नहीं आया। मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र की मंडियों में उठान दर सबसे कम रही।
मिलरों की हड़ताल के कारण लिफ्टिंग प्रभावित हुई और इसके नतीजे अभी भी सामने आ रहे हैं। एक दिन में 50,000 क्विंटल धान की लिफ्टिंग होने के बावजूद किसानों को आंदोलन की धमकी तक देनी पड़ी है। पिछले वर्ष की तुलना में, इस वर्ष अब तक मंडियों में कम धान पहुंचा है—503,262 एमटी, जबकि पिछले साल यह 515,309 एमटी था।
सरकारी खरीद एजेंसियों ने 475,014 मीट्रिक टन धान की खरीद की है, लेकिन केवल 338,207 एमटी का उठान हुआ है। अम्बाला छावनी से 33,692 एमटी, अम्बाला शहर से 99,862 एमटी, और अन्य मंडियों से खरीद की गई है, लेकिन उठान की दर चिंताजनक है। मिलरों की हड़ताल के चलते धान का उठान देरी से शुरू हुआ था, लेकिन अब तक कोई भी कटौती की शिकायत नहीं मिली है। निकासी व्यवस्था पटरी से उतरी रही, जिससे दिक्कतें बढ़ीं हैं।
''धान सीजन सामान्य रूप से शांतिपूर्वक चल रहा है, लेकिन मिलरों की हड़ताल और आवक में वृद्धि ने समस्या उत्पन्न की।''
— दलेल सिंह, सचिव मार्केट कमेटी अम्बाला शहर