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मखमली घास, पेड़ों की घनी छांव से जन्नत का अहसास

08:18 AM Apr 01, 2024 IST
मखमली घास  पेड़ों की घनी छांव से जन्नत का अहसास
पानीपत के सेक्टर -12 स्थित ग्रीन पार्क की हरियाली और विभिन्न किस्मों के पेड़ पौधे यहां आने वाले लोगों को मनमोह लेते हैं। -हप्र
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बिजेंद्र सिंह/हप्र
पानीपत, 31 मार्च
कभी अपनी बदहाली पर आंसू बहाने वाला सेक्टर-12 का ग्रीन पार्क आज दूसरों के लिए मिसाल बना हुआ है। अब इसमें न केवल हरेभरे पेड़ पौधे हैं, बल्कि यहां की हरियाली लोगों का मन मोह लेती है। यहां होर्टिकल्चर वेस्ट से डीकम्पोस्ट खाद बनायी जाती है जो दूसरे पार्कों के लिये रोल माडल है। शहर की कई संस्थाएं ग्रीन पार्क की तर्ज पर अब अपने-अपने पार्क बनाने का प्रयास कर रही हैं।
बता दें कि शहर में 140 पार्क हैं, जिसमें जीटी रोड स्थित ताऊ देवीलाल पार्क सबसे बड़ा है। शहर में आकार के हिसाब से दूसरे नंबर पर आता है और इसका एरिया 24758 वर्ग मीटर है। हालांकि इस पार्क की 6 वर्ष पहले तक हालत बदहाल थी लेकिन इसकी देखरेख के लिये 2019 में सेक्टर-12 ग्रीन पार्क वेलफेयर एसोसिएशन का गठन किया गया और उसके बाद से इसी एसोसिएशन ने देखरेख की। एसोसिएशन ने इन 6 साल में इस बदहाल पार्क की तस्वीर ही बदल दी है और इसकी गिनती अब शहर के बहुत अच्छे पार्कों में होती है। ग्रीन पार्क वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान तो बदलते रहे पर सचिव का दायित्व समाजसेवी डा.नरेंद्र जेसिया संभाले हुए है। वे एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों से सलाह करके पार्क की सारी देखरेख करते हैं। जिस पार्क में करीब 6 वर्ष पहले तक धूल उडती थी और बहुत कम संख्या में पेड़ पौधे होते थे। आज उसी पार्क की हरियाली और अनेक किस्मों के पेड़ पौधों को देखकर लोगों का मन सहज ही इस पार्क में सैर करने को करता है।

3 डीकम्पोस्ट यूनिट

ग्रीन पार्क में तीन डी कम्पोस्ट यूनिट बनाई गई है, जिनको भारत स्वच्छता अभियान के तहत बनाया गया था। सूखे पत्तों यानि होर्टिकल्चर वेस्ट से इन्हीं यूनिटों में डी कम्पोस्ट खाद बनाई जाती है। उसी खाद का प्रयोग पार्क में लगे पेड़ पौधों में किया जाता है। पार्क के लिये पिछले कई सालों से बाहर से खाद नहीं खरीदी गई है।

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जल संरक्षण का रखा ध्यान

ग्रीन पार्क में पानी बचाओ अभियान के तहत पानी की एक-एक बूंद को बचाने के लिये पूरा ध्यान रखा जाता है। ग्रीन पार्क में दो वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाये गये है। बारिश के दौरान पार्क और आसपास के सेक्टर 12 के क्षेत्र का पानी इन्हीं वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के माध्यम से जमीन में रिचार्ज होता है। फव्वारे के पानी को भी सफाई के दौरान पेड पौधों में प्रयोग किया जाता है। पार्क का अब एक नलकूप खराब हो गया है तो उसको भी अब वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया जा रहा है।

12 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे : डाॅ. नरेंद्र जेसिया

ग्रीन पार्क वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डाॅ. नरेंद्र जेसिया ने बताया कि इस पार्क में रोजाना हजारों लोग सैर के लिये आते है। उनमें शहर के उद्योगपति, व्यापारी, डाक्टर व बडे समाजसेवी आदि शामिल है। इसलिये सुरक्षा की दृष्टि से इस पार्क में सीसीटीवी लगाना जरूरी है। नगर निगम से पार्क में सीसीटीवी लगवाने की मांग की है और यदि निगम ने कैमरे नहीं लगवाये तो एसोसिएशन अपनी तरफ से 12 सीसीटीवी लगवाएगी।  शहर का एकमात्र यही पार्क है जिसके खुलने का समय सुबह 4 से 10 बजे तक और शाम को 4 से लेकर 9 बजे तक निर्धारित किया गया है।

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