हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
नारनौल, 16 जनवरी (हप्र)
हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा द्वारा डीसी और एसपी को दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच करते हुए चार लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने फर्जी हस्ताक्षर कर सुरेंद्र शर्मा को जमीन के हक से वंचित कर वित्तीय नुकसान पहुंचा। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा जांच किए जाने के बाद यह मामला नांगल चौधरी थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ किया है। डीसी व एसपी को पुलिस में दी गई शिकायत में मूल रूप से नांगल चौधरी के रहने वाले विश्व प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया था कि किसी ने वकालतनामे पर उनके जाली हस्ताक्षर कर नारनौल तहसील न्यायालय में वर्ष 2011 में दावा दाखिल किया, लेकिन अपनी व्यस्तताओं के चलते लंबे समय तक उसका गांव में आना-जाना नहीं रहा। कई दिनों बाद वह जब अपने गांव नारनौल आये तब पता चला कि उसके जाली हस्ताक्षर कर न्यायालय में दावा दायर किया गया है और उसकी कुछ जमीन को बेचने का प्रयास भी किया जा रहा है। इसके बाद उन्हें झटका लगा तथा वह आश्चर्यचकित रह गये कि उसने कभी भी अदालत में कोई मामला दायर नहीं किया न ही किसी को अपनी जमीन को बेचा। उन्होंने न ही किसी को जमीन को बेचने की अनुमति दी न ही ऐसा कोई अधिकार दिया।
उन्होंने शक जताया कि उनके फर्जी हस्ताक्षर कर उसकी जमीन को बेचा जा रहा है जो की गैर कानूनी कार्य है। इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की जाए।
कुछ दिन पहले की थी पत्रकार वार्ता : हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने कुछ दिन पहले इसी मामले को लेकर यहां के एक निजी होटल में प्रेसवार्ता भी की थी। जिसमें उसने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। उस समय भी कवि ने नामों का जिक्र नहीं किया था। हालांकि यह बताया जा रहा है कि इस मामले में कुल 61 लोगों को जांच में शामिल किया गया। इस बारे में नांगल चौधरी एसएचओ देवेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच करते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
किन लोगों पर हुआ मामला दर्ज, यह साफ नहीं
प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा की शिकायत के बाद पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा नांगल चौधरी थाना पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन यह मामला किन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है यह एफआईआर में कहीं भी नहीं लिखा गया।