कांग्रेसियों में टिकट आवंटन को लेकर छिड़ा अंदरखाने बड़ा घमासान
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 31 अगस्त
हरियाणा कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर अंदरखाने बड़ा संग्राम छिड़ा हुआ है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक शनिवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रही। स्क्रीनिंग कमेटी सभी नब्बे हलकों पर सहमति बनाने की कोशिश में है। रविवार और सोमवार को भी कमेटी की बैठकें जारी रह सकती हैं। बैठक में हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया, पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान भी मौजूद रहे।
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा तथा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला भी अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने की कोशिश में जुटे हैं। दिल्ली से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दोनों ही नेताओं ने अपने उन समर्थकों के नाम की लिस्ट पार्टी नेतृत्व को भी सौंप दी है, जिन्हें वे चुनाव लड़वाना चाहते हैं। टिकट के चाहवान नेताओं ने पिछले सप्ताहभर से नई दिल्ली में ही डेरा डाला हुआ है। इतना ही नहीं, पार्टी के मौजूदा विधायक भी टिकट की आस में दिल्ली डटे हुए हैं। जब से यह खबर मीडिया में आई है कि कुछ मौजूदा विधायकों के टिकट कट भी सकते हैं, तब से उनकी सक्रियता और भी बढ़ गई है। मौजूदा विधायकों में सबसे अधिक संख्या हुड्डा समर्थकों की है। हुड्डा लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी भी टिकट आवंटन में ऐसे चेहरों पर दांव लगाना चाहते हैं, जो मजबूती के साथ चुनाव लड़ सकें। लोकसभा चुनावों में अधिकांश उम्मीदवारों का फैसला हुड्डा की पसंद से ही हुआ था। विधानसभा में भी उनका पलड़ा भारी रहने की प्रबल संभावना है।
कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला के अलावा ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन और पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी स्क्रीनिंग कमेटी से मुलाकात करके अपनी पसंद-नापसंद को लेकर बात रख चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ़ बीरेंद्र सिंह ने जींद पर फोकस किया हुआ है। वे अपने बेटे बृजेंद्र सिंह को उचाना से चुनाव लड़वाना चाहते हैं। बृजेंद्र सिंह की हिसार लोकसभा से टिकट कट गई थी। इसके बाद से बीरेंद्र सिंह काफी गंभीर हो चुके हैं। वे अब कोई जोखिम नहीं लेना चाहते।
हरियाणा प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया के उस बयान के बयान से भी दिल्ली में घमासान मचा हुआ है, जिसमें उन्होंने कहा कि था कि पार्टी किसी लोकसभा व राज्यसभा सांसद को चुनाव नहीं लड़वाएगी। कुमारी सैलजा विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा रखती हैं। सैलजा की गांधी परिवार में पकड़ भी किसी से छिपी नहीं है। बाबरिया के बयान के बाद भी वे कह चुकी हैं कि विधानसभा का चुनाव हर हाल में लड़ेंगी। सूत्रों का कहना है कि सैलजा अंबाला, सिरसा व हिसार लोकसभा क्षेत्र के कई हलकों के अलावा अन्य जगहों पर भी अपने समर्थकों के लिए लड़ाई लड़ रही हैं।
इन कांग्रेसियों की टिकट लगभग तय
दिल्ली से जुड़े सूत्रों का कहना है कि स्क्रीनिंग कमेटी चार दर्जन से अधिक हलकों में सिंगल नाम तय कर चुकी है। बाकी पर अगले दो दिन मंथन जारी रहेगा। सभी पैनल केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजे जाएंगे। गढ़ी-सांपला-किलोई से भूपेंद्र सिंह हुड्डा, होडल से चौ. उदयभान, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से डॉ. रघुबीर सिंह कादियान, बादली से कुलदीप वत्स, एनआईटी से नीरज शर्मा, रोहतक से बीबी बतरा, रेवाड़ी से चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, फिरोजपुर-झिरका से मामन खान इंजीनियर, बरोदा से इंदूराज नरवाल ‘भालू’, अंबाला कैंट से चित्रा सरवारा, नारायणगढ़ से शैली चौधरी, कालका से प्रदीप चौधरी, थानेसर से अशोक अरोड़ा, पलवल से कर्ण सिंह दलाल, डबवाली से अमित सिहाग को टिकट मिलनी लगभग तय है।