8653 पदों पर भर्तियां रद्द कर बेरोजगारों के सपनों को तोड़ा : कुमारी सैलजा
चुनाव से ठीक पहले युवाओं को लुभाने के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से 8653 पदों की भर्ती की घोषणा की गई। इनमें पुलिस, आईआरबी, स्टेनो, टाइपिस्ट जैसे अहम पद शामिल थे, जिसके लिए लाखों बेरोजगार युवाओं ने कठिन परिश्रम से तैयारी की थी। उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही भाजपा सरकार ने इन सभी भर्तियों के विज्ञापन वापस लेने की अनुमति देकर युवाओं के भविष्य पर करारा प्रहार किया है। यह कोई सामान्य प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि एक सोचा-समझा विश्वासघात है एक ऐसा धोखा, जो हरियाणा के युवाओं को न केवल बेरोजगारी की दलदल में और गहरे धकेलता है, बल्कि उन्हें हतोत्साहित और अपमानित भी करता है।
सैलजा ने कहा कि हरियाणा पहले ही देश में सबसे अधिक बेरोजगारी वाला राज्य बन चुका है। यह सरकार की अस्थिर, अपारदर्शी और जनविरोधी नीतियों का परिणाम है। जो सरकार अपने ही वादों से यू-टर्न ले, उस पर भरोसा कैसे किया जा सकता है? सांसद ने कहा कि जिस भर्ती के लिए लाखों युवाओं ने दिन-रात मेहनत की और भविष्य के सपने देखे, भाजपा सरकार ने एक झटके में उन सभी सपनों को चकनाचूर कर दिया। यह युवाओं के साथ किया गया सुनियोजित विश्वासघात है।