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बठिंडा से 80 हजार लीटर की एथेनॉल जब्त, 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

01:46 PM May 30, 2025 IST
बठिंडा से 80 हजार लीटर की एथेनॉल जब्त  8 लोगों के खिलाफ fir दर्ज
युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के दौरान बठिंडा पुलिस। फोटो स्रोत एक्स अकाउंट @BathindaPolice
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विकास कौशल/निस, बठिंडा, 30 मई

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Punjab News: अवैध शराब बनाने वालों पर सख्त पंजाब सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। पंजाब के आबकारी विभाग ने बठिंडा से कोटशमीर के पास एक ढाबे पर बेचा जा रहा 80 हजार लीटर एथेनॉल से भरे गुजरात नंबर के दो ट्रक जब्त किए हैं, जबकि आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में चार बठिंडा, दो उत्तर प्रदेश और दो नेपाल के रहने वाले हैं।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार गुजरात नंबर वाले ये टैंकर गुरदासपुर के दीनानगर स्थित एक डिस्टिलरी से लोड होकर आ रहे थे और चर्चा के अनुसार इन्हें दूसरे राज्य में जाना था। इस बीच, आबकारी विभाग की टीमों द्वारा पुलिस की मदद से की गई छापेमारी के दौरान गांव कोटशमीर के निकट नवराज ढाबे पर इन दो टैंकरों को जब्त कर लिया गया।

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इस मामले की जानकारी देते हुए पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने विशेष प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मौके पर स्कॉट द्वारा इन टैंकरों को लाने वाली दो कारों (ईटूज और इनोवा) के चालकों चरणजीत सिंह और अमनदीप सिंह निवासी बंगी दीपा के अलावा ढाबा मालिक गुरजीत सिंह निवासी बंगी दीपा, गुरशरण सिंह निवासी बंगी दीपा, राज कुमार और आकाश निवासी नेपाल और दोनों टैंकरों के चालकों सुखविंदर और बबलू निवासी यूपी को गिरफ्तार किया गया है।

हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि वहीं आज सारे इलाके की फैक्ट्रियों में चेकिंग होगी। उन्होंने बताया कि जो शराब पकड़ी गई है, उससे 3.50 लाख देसी शराब की बोतलें बनाई जा सकती हैं। चीमा ने आगे बताया कि इथेनॉल का उपयोग न केवल अवैध शराब बनाने के लिए किया जाता है, बल्कि इसका उपयोग सैनिटाइज़र और पेट्रोल में भी किया जाता है।

उन्होंने कहा कि अगर इस बरामद इथेनॉल से 50 डिग्री देसी शराब तैयार करनी हो तो इससे 3 लाख 75 हजार बोतलें बनाई जा सकती हैं। इसी प्रकार 75 डिग्री अंग्रेजी शराब की 2.50 लाख बोतलें तथा सेनेटाइजर की 1.10 हजार बोतलें बनाई जा सकती हैं।

इस संबंध में आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर जसवीर सिंह गिल की शिकायत पर सदर थाने में उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पकड़े जाने पर चालक कोई बिल या अन्य दस्तावेज नहीं दिखा सका कि वह गाड़ी कहां से लाया गया था और आगे कहां ले जाना था।

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