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8.5 लाख लोगों ने लिया मतदान का संकल्प

10:11 AM Apr 09, 2024 IST
8 5 लाख लोगों ने लिया मतदान का संकल्प
फरीदाबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त विक्रम सिंह मतदान संकल्प कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों शपथ दिलाते हुए।- हप्र
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फरीदाबाद, 8 अप्रैल (हप्र)
लोकतंत्र के महापर्व से पहले फरीदाबाद की धरती सोमवार को एक अनूठी पहल की साक्षी बनी। मौका था 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए शत प्रतिशत मतदान के संकल्प का। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह द्वारा की गई इस पहल में करीब साढ़े आठ लाख लोग जुड़े। सभी ने एक साथ सुबह 11 बजे अपने-अपने प्रतिष्ठानों, स्कूलों, कॉलेजों, उद्योगों, कार्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों, पंचायत घरों और जहां भी जगह मिली वहीं पर एकत्र होकर शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प लिया।
18 वर्ष से ऊपर से नागरिकों ने जहां मतदान का संकल्प लिया तो स्कूली बच्चों ने अपने परिजनों व आस-पास के लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने का प्रतिबद्धता दोहराई।
जिला निर्वाचन अधिकारी व उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि जागरूकता अभियान के तहत जिला में सबसे ज्यादा औद्योगिक श्रमिक व कर्मचारी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि सोमवार को अभियान में पांच लाख औद्योगिक श्रमिकों ने एक साथ 25 मई को मतदान करने की शपथ ली। इसके बाद जिला के तीन लाख से ज्यादा सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के बच्चे इस अभियान में शामिल हुए। इनमें एक लाख से ज्यादा सरकारी स्कूलों के व डेढ़ लाख प्राइवेट स्कूलों के बच्चे शामिल थे। वहीं 33 हजार आटो चालक इस अभियान से जुड़े और सभी ने शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प लिया। 19 हजार से ज्यादा स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, विभिन्न विभागों व पुलिस विभाग के 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी, 1200 आंगनवाड़ी वर्कर और 1200 आशा वर्कर व एएनएम इस अभियान में शामिल हुई।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिला में प्रात 11 बजे चला यह अभियान वास्तव में अनूठा रहा और प्रत्येक व्यक्ति ने इस अभियान से जुड़कर शत-प्रतिशत मतदान का संकल्प लिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने सेक्टर 55 राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में मात्र 62 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था। शहरों में तो यह संख्या 57 प्रतिशत ही रह गई थी।
ऐसे में लोगों को आने वाले लोकसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए जागरूक करना जरूरी था।

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