सैनिकों के आश्रितों का 77 करोड़ से होगा कल्याण
विजय मोहन/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 मार्च
पंजाब के वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान सैन्य दिग्गजों और उनके आश्रितों को ‘कल्याणकारी सेवाएं देने के लिए’ 77 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव दिया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 84 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया था, जबकि 2022-23 के लिए अनुमान 130 करोड़ रुपये का था।
उत्तर प्रदेश के बाद पंजाब में पूर्व सैनिकों की संख्या देश में दूसरे स्थान पर है। हाल ही में रक्षा मंत्रालय द्वारा संसद के साथ साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार पंजाब में पंजीकृत पूर्व सैनिकों की संख्या 3.27 लाख से अधिक है। राज्य में देश में सैनिकों की विधवाओं की संख्या भी सबसे अधिक है, जो कुल संख्या का 10 प्रतिशत से अधिक हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ में बजट भाषण देते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि युद्ध जागीरदारों के लिए पेंशन भी 10,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति वर्ष की जा रही है।
प्रमुख नई पहलों में 2024-25 की सूची के तहत अमृतसर में युद्ध स्मारक परिसर में दो नई दीर्घाओं के उन्नयन और विकास के लिए 8 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि युद्ध संग्रहालय, लुधियाना के लिए 50 लाख रुपये रखे गए हैं। मोहाली में लड़कियों के लिए माई भागो सशस्त्र बल तैयारी संस्थान के लिए 5.33 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता का अनुमान लगाया गया है, जिसमें पूंजीगत संपत्ति के निर्माण के लिए 1.7 करोड़ रुपये शामिल हैं।
मोहाली में लड़कों के लिए महाराजा रणजीत सिंह सशस्त्र बल सेवा तैयारी संस्थान को 4.69 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता आवंटित की गई है, जिसमें से 1.89 करोड़ रुपये पूंजीगत संपत्ति निर्माण के लिए होंगे। सैनिक स्कूल, कपूरथला को नई इमारत के निर्माण और इसके बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए 5 करोड़ रुपये दिए गए हैं। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पंजाब रक्षा और सुरक्षा राहत कोष के लिए अनुदान सहायता 1 करोड़ रुपये आंकी गई है, जो पिछले वर्ष प्रस्तावित के समान है।