एटीएम में नकदी डालने वाली कम्पनी से लूटे 7 करोड़
वीरेन्द्र प्रमोद/निस
लुधियाना, 10 जून
गत रात सशस्त्र बदमाशों ने विभिन्न बैंकों से नकदी एकत्र करने और एटीएम में नोट डालने वाली एक निजी सुरक्षा एजेंसी के कार्यालय से करीब 7 करोड़ रुपये लूट लिये। पुलिस के मुताबिक वारदात शुक्रवार-शनिवार की रात स्थानीय न्यू राजगुरु नगर इलाके में देर रात दो बजे हुई।
पुलिस के अनुसार हथियारों से लैस 10 से 12 लुटेरे न्यू राजगुरु नगर में सीएमएस सिक्योरिटीज के कार्यालय में आए और सुरक्षा में तैनात पांच गार्डों को बंधक बना लिया। लुटेरे कम्पनी के कार्यालय से करोड़ों रुपए की नकदी सुरक्षा कंपनी की ही एक वैन में लेकर फरार हो गए। पुलिस ने कहा कि लूटी गई रकम की सही जानकारी अभी नहीं है लेकिन यह रकम करोड़ों में होने का दावा किया जा रहा है। वैसे शुरुआती तौर पर लूट की राशि दस करोड़ बताई जा रही थी। वारदात की सूचना सुबह 7 बजे मिलने के बाद पुलिस के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। पूरे जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
लुधियाना के पुलिस आयुक्त मनदीप सिंह सिद्धू ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने कम्पनी की उस कैश वैन को भी घटनास्थल से करीब 15 किलोमीटर दूर मुल्लांपुर के निकट बरामद कर लिया है जिसमें लुटेरे लूट की राशि लेकर फरार हुए थे। पुलिस को कैश वैन से दो हथियार भी मिले हैं। समझा जाता है कि लुटेरे इन्हें छोड़ गये हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि लुटेरे कम्पनी के कार्यालय से सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर भी साथ ले गये हैं।
पुलिस को पांच घंटे बाद जानकारी
एक प्रश्न के उत्तर में पुलिस आयुक्त ने बताया कि कम्पनी के पांच सुरक्षा गार्डों में से दो के पास हथियार थे लेकिन उन्होंने लुटेरों पर गोली नहीं चलाई। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी व्यक्त की कि रात दो बजे हुई इतनी बड़ी वारदात की सूचना तुरंत देने की बजाय पुलिस को पांच घंटे बाद सुबह 7 बजे क्यों बताया गया। उन्होंने दावा किया कि पुलिस आरोपियों को दबोचने और मामले को सुलझाने में जल्द ही कामयाब हो जायेगी। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि कम्पनी ने इतनी बड़ी राशि सुरक्षित करंसी चेस्ट में न रखकर कार्यालय में क्यों रखी हुई थी।
काट दी थीं अलार्म की तारें
पूछताछ के दौरान पता चला है कि लुटेरों नें कम्पनी कार्यालय में लगे खतरे के अलार्म की तारें भी काट डाली थीं ताकि अलार्म की आवाज सुन लोग इकट्ठे न हो जायें। पुलिस को अाशंका है कि लुटेरों को कम्पनी और वहां पड़ी राशि की पूरी जानकारी थी।