पानी की बूंद-बूंद बचाने की अलख जगा रहे 69 वर्षीय डॉ. रविंद्र नांदल
हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 7 अगस्त
पिछले काफी समय से स्कूल कालेजों और आमजन के बीच जाकर पानी की बूंद-बूंद बचाने की अलख जगाने में जुटे 69 वर्षीय डॉ. रविंद्र नांदल को सोमवार को ‘सुनो नहरों की पुकार’ मिशन द्वारा नहरों पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। डॉ रविंद्र नांदल अब तक स्कूलों में जाकर करीब एक लाख विद्यार्थियों को पानी बचाने की शपथ दिला चुके हैं। डॉ. नांदल कृषि अधिकारी के पद से सेवानिवृत होने के उपरांत इस कार्य से जुड़े और स्कूलों और कॉलेजों में पहुंचकर विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ सदस्यों को पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए और पानी को किसी भी प्रकार से प्रदूषित न करने के प्रति जागरूक करते हैं। इससे पूर्व कई क्षेत्रों में पौधारोपण करके लोगों को इस कार्य के लिए जोडऩे का कार्य भी करते रहे हैं।
डॉ. नांदल ने बताया कि वे पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को इस कार्य के लिए अपना आदर्श मानते हैं तथा डॉ. कलाम द्वारा पानी बचाने को लेकर दिए गए विजन 2070 की जानकारी स्कूलों और कालेजों में देते हैं। पानी को बचाने की कई तरह की तकनीक को विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल के तौर पर सिखाते हैं और लोगों को भी जागरूक करने का संकल्प दिलवाते हैं। गांव बोहर निवासी डॉ. रविंद्र नांदल वर्तमान में सुनो नहरों की पुकार मिशन के साथ जुडक़र आमजन को नहरों में कुछ भी प्रवाहित न करने को लेकर प्रेरित कर रहे हैं। स्वागत समारोह में मिशन के मुख्य संरक्षक डॉ. जसमेर सिंह, संरक्षक दीपक छारा, मुकेश नैनकवाल, अजय हुड्डा, प्रीत सिंह अहलावत, रघुविंद्र मलिक, रविंद्र मलिक, स्वीटी मलिक, राजबीर मलिक आदि मौजूद थे।