अमेरिका भेजने के नाम पर चचेरे भाइयों से ठगे 62 लाख
सोनीपत, 14 जनवरी (हप्र)
गांव खानपुर कलां निवासी दो चचेरे भाइयों को अमेरिका भेजकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर 62 लाख रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है। आरोपी युवकों को अमेरिका भेजने की बजाय करीब 6 महीने तक अन्य देशों में घूमाता रहा। इसी बीच युवक उज्बेकिस्तान में पकड़े गए। बाद में जैसे तैसे परिजनों ने युवकों को घर बुलाया। आरोप है कि पहले आरोपी रुपये लौटाने का झांसा देता रहा और बाद में उनके पास कोर्ट का नोटिस भेजकर विदेश घुमाने के नाम पर 27 लाख रुपये और मांग रहा है। पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया है।
खानपुर कलां निवासी सुभाष ने पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर बताया कि उसके बेटे रिंकू और उसके भाई आनंद के बेटे सुमित ने 12वीं कक्षा उतीर्ण की है। वह विदेश में नौकरी करना चाहते थे। इस पर उन्होंने दिल्ली पुलिस में नियुक्त अपने भाई कृष्ण से बातचीत की। कृष्ण को दोनों भतीजों को विदेश भिजवाने काे कहा, जिस पर वह कृष्ण के माध्यम से उनके विभाग में कार्यरत पानीपत निवासी मंजीत से मिले। मंजीत ने दोनों चचेरे भाई रिंकू व सुमित को अमेरिका भेजने के नाम पर 62 लाख रुपये मांगे। पीड़ितों ने तीन एकड़ जमीन बेचकर आरोपी को 62 लाख रुपये सौंप दिये। जिसमें कुछ राशि नगद व कुछ बैंक खाते में डलवा दी।
आरोपी युवकों को अमेरिका की बजाय किसी दूसरे देशों में घूमाता रहा। वह उन्हें कहता रहा कि सीधा अमेरिका जाने पर रोक है। ऐसे में वह करीब 6 महीने तक उन्हें घूमाता रहा। बाद में आरोपी ने दोनों युवकों को उज्बेकिस्तान भेज दिया। जहां पर रिंकू व सुमित को गैर कानूनी रूप से आने पर पकड़ लिया। उनके साथ झगड़ा हुआ और उनके पासपोर्ट छीन लिए गये। युवकों ने सारी घटना परिजनों को फोन पर बतायी। परिजनों ने रिंकू व सुमित के पास और रुपये भेजे, जिसके बाद वह घर पहुंचे।
आरोप है कि मंजीत ने उनके रुपये देने के बजाय उनके पास ही रिकवरी का नोटिस भेज दिया। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट से भेजे नोटिस में लिखा गया कि उन्होंने सुमित व रिंकू को घूमने के लिए विदेश भिजवाया था। जिसके 27 लाख रुपये बकाया हैं। साथ ही पानीपत पुलिस को उनके खिलाफ ही घर आकर रुपये मांगने व धमकी देने की शिकायत दे दी।