पहली जन सुनवाई में एडीजीपी के सामने आई 60 शिकायतें
डबवाली, 9 अक्तूबर (निस)
पुलिस जिला डबवाली में सोमवार को सिटी थाने में प्रथम जन-सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस की आमजन की शिकायतों पर सुनवाई न करना और नशे का मुद्दा छाया रहा। खुले दरबार में एडीजीपी श्रीकांत जाधव के समक्ष 60 शिकायते पहुंची। इन शिकायतों में तत्कालीन थाना प्रभारी सहित छह अन्य पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतें भी थी। नशा ओवरडोज से युवक की मौत को हार्ट अटैक में बदलने व करोड़ों की ऑनलाइन धोखाधड़ी में जांच अधिकारी पर सबूत नष्ट करने आरोप लगे थे। एडीजीपी ने सभी शिकायतों का निवारण पांच दिन में करने के निर्देश दिये। खुले दरबार में कालांवाली के योगेश जैन ने मोबाइल एप के जरिये करोड़ों की ठगी के मामले में एसआईटी प्रमुख एएसआई पर आरोपियों को बचाने के लिए सबूत नष्ट करने के आरोप लगाये। वहीं गांव डबवाली के राजबीर ने आरोप लगाया कि उसके भाई की अगस्त 2022 में हत्या हुई थी, सिटी डबवाली के तत्कालीन प्रभारी से उससे खाली कागज़ पर दस्तखत करवा लिए व मामला 174 की कार्रवाई तक सीमित कर दिया। गांव अबूबशहर की वृद्ध महिला प्रकाश कौर ने दोहते पर धोखे से अंगूठा लगवा कर उसके बैंक खाते से 16 लाख रूपये निकलवाने के आरोप लगाये। गंगा के रामकुमार ने पुत्र व पुत्र-वधु पर तंग परेशान करने का दुखड़ा सुनाया। मसीतां के सरपंच जगसीर सिंह ने गांव में करीब एक सौ युवक नशों से मेडिकल नशों से पीड़ित होने की बात कही। एडीजीपी ने मसीतां में विस्तृत नशा मुक्ति शिविर लगाने के निर्देश दिए।