फरीदाबाद ब्लॉक के 55 ग्रामीण सफाई कर्मचारी तीन माह से वेतन को तरसे
फरीदाबाद, 9 जून (हप्र)
ब्लॉक फरीदाबाद के 55 ग्रामीण सफाई कर्मचारी 3 महीने से वेतन के लिए तरस रहे हैं। मार्च अप्रैल और मई महीने का वेतन अभी तक नहीं मिला है। लगातार गांव देहात में सफाई का काम करने वाले कर्मचारी पिछले तीन महीने से वेतन की बाट जोह रहे हैं। इन कर्मचारियों ने 2 जून को 24 घंटे का बीडीपीओ कार्यालय ओल्ड फरीदाबाद के सम्मुख पड़ाव डाला था, लेकिन अधिकारियों ने एक सप्ताह का समय मांगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि 7 दिन के अंदर वेतन का भुगतान करवा दिया जाएगा, लेकिन 10 दिन का समय व्यतीत होने के बाद भी वेतन का मामला लंबित पड़ा हुआ है।
ट्रेजरी ऑफिसर और बीडीपीओ के कार्यालय के अधिकारियों की कथित आपसी लड़ाई की वजह से कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस मुद्दे को लेकर के उपायुक्त कार्यालय में भी यूनियन नेताओं ने उपायुक्त से मुलाकात करके 25 अप्रैल और 15 मई को दरख्वास्त दी थी और 6 मई को भी उपायुक्त से भी वेतन को लेकर मुलाकात हुई थी। उन्होंने हमें आश्वासन दिलाया कि जल्द ही आपकाे वेतन दिया जाएगा, लेकिन अभी तक इसकी भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।
कर्मचारी आज करेंगे घेराव
यूनियन नेता देवीराम जिलाध्यक्ष फरीदाबाद, जिला सचिव राजू और कोषाध्यक्ष दिनेश पाली ने अपनी यूनियन की मीटिंग करते हुए कहा कि 10 जून को जिले के सभी ग्रामीण सफाई कर्मचारी बीडीपीओ खंड फरीदाबाद के कार्यालय का घेराव करेंगे और यदि वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो 24 घंटे का पड़ाव डाला जाएगा। सीटू के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने अधिकारियों की वादाखिलाफी के विरोध में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि अजीब विडंबना है। इस कार्यालय के अधीन काम करने वाले रेगुलर कर्मचारियों को लगातार वेतन का भुगतान हो रहा है। जबकि इनका वेतन भी ट्रेजरी से ही पास होता है। यदि खजाना अधिकारी बीडीपीओ कार्यालय के नियमित कर्मचारियों के बिलों को पास कर सकते हैं। तो ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के बिलों को पास करने में टालमटोल की नीति क्यों अपनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि 21 मई को यूनियन का प्रतिनिधि मंडल खजाना अधिकारी से मिलने गया था। उन्होंने कहा था कि इस विवाद को जल्दी निपटाया जाएगा। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।