पाकिस्तान में दो आत्मघाती विस्फोटों में 55 की मौत
कराची, 29 सितंबर (एजेंसी)
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक मस्जिद के समीप शुक्रवार को एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। इसमें 52 लोगों की मौत हो गई और करीब 50 लोग घायल हो गए। कुछ घायलों की हालत गंभीर है। पैगम्बर मोहम्मद का जन्मदिन ‘ईद ए मिलाद उन नबी’ मनाने के लिए मस्जिद के बाहर एक रैली के वास्ते भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और उसी दौरान यह विस्फोट हुआ। इसके कुछ घंटों बाद खैबर पख्तूनख्वा के हांगू शहर में एक अन्य मस्जिद में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गयी तथा पांच घायल हो गए। मारे गए लोगों में रैली के दौरान ड्यूटी पर तैनात मस्तुंग के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नवाज गश्कोरी भी शामिल हैं।
विस्फोट ऐसे वक्त में किया गया है जब एक दिन पहले आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने मस्तुंग जिले में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक अहम कमांडर को मार गिराया था। बलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचाकजई ने कहा, ‘शत्रु, विदेशी ताकतों की सरपरस्ती में बलूचिस्तान में शांति व धार्मिक सौहार्द को नष्ट करना चाहता है। यह विस्फोट असहनीय है।’ कार्यवाहक मुख्यमंत्री अली मर्दान डोमकी ने कहा, ‘विध्वंस के दोषी किसी रहम के हकदार नहीं हैं।’ उन्होंने कहा कि इस्लाम शांति का धर्म है और ‘जिन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है उन्हें मुस्लिम नहीं कहा जा सकता।’ डोमकी ने सूबे में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। अंतरिम गृह मंत्री सरफराज अहमद बुगती ने भी घटना की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान के पूर्व पीएम शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की है।
15 दिन में दूसरा धमाका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मस्तुंग में गत 15 दिन में यह दूसरा बड़ा धमाका है। इसी महीने की शुरूआत में मस्तुंग में ही हुए धमाके में 11 लोग मारे गए थे। मस्तुंग पिछले कई वर्षों से आतंकवादी हमलों का निशाना रहा है। जुलाई 2018 में एक विस्फोट में 128 लोगों की मौत हो गयी थी। तहरीक-ए-तालिबान पाक ने संघीय सरकार के साथ संघर्षविराम खत्म कर दिया है और अपने आतंकवादियों को देशभर में हमले करने के आदेश दिए हैं। अल-कायदा के करीबी माने जाने वाले इस समूह को पाक में कई घातक हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।