ओपीडी में 5442 और इमरजेंसी में 309 मरीजों का इलाज
चंडीगढ़, 16 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
पीजीआई चंडीगढ़ में चल रही हड़ताल के सातवें दिन मरीजों के लिए कुछ राहत भरी खबर आई है। पीजीआई रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है। संगठन के अध्यक्ष डॉ. हरिहरन ने बताया कि यह निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर हुई चर्चाओं के आधार पर लिया गया है। उन्होंने कहा किहम सांकेतिक प्रदर्शन जारी रखेंगे, लेकिन मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
आज ओपीडी में 5442 मरीजों की जांच की गई, जबकि इमरजेंसी में 309 मरीजों का इलाज हुआ। पीजीआई के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल ने कहा कि अगर हड़ताल जारी रहती, तो आपातकालीन और आईसीयू सेवाओं के संचालन के लिए एक आकस्मिक योजना तैयार की गई है। ओपीडी सेवाएं केवल फॉलो-अप मरीजों के लिए सीमित की जाएंगी और नए मरीजों के पंजीकरण को अस्थायी रूप से निलंबित किया जाएगा। हाल ही में, पीजीआई ने अनुबंधकर्मियों के एरियर जारी करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को पत्र लिखा था, जिसमें मंत्रालय ने फंड जारी करने पर सक्रियता से विचार करने का आश्वासन दिया है।
सफाई का संभाला मोर्चा
राष्ट्रीय संस्थान नर्सिंग शिक्षा और एनएसएस स्वयंसेवकों ने भी हड़ताल के सातवें दिन अस्पताल के मुख्य क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखी। पीजीआई के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने एनएसएस स्वयंसेवकों और नाइन के छात्रों की सराहना की, जिन्होंने वार्डों और इमरजेंसी क्षेत्रों की सफाई में सहयोग किया। इस दौरान चिकित्सा अधीक्षक प्रो. विपिन कौशल ने स्वयंसेवकों के साथ मिलकर सफाई कार्य में सहयोग दिया। पीजीआई प्रशासन ने दावा किया कि हड़ताल के बावजूद मरीजों की देखभाल में कोई कमी नहीं आई है।