लक्की पटियाल के नाम पर मांगी 50 लाख की फिरौती, 8 गिरफ्तार
बरनाला, 31 जुलाई (निस)
बरनाला पुलिस ने फोन कॉल पर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी एसएसपी संदीप कुमार मलिक ने दी। उन्होंने बताया कि बरनाला पुलिस द्वारा असामाजिक तत्वों के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया गया है। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम की अगुवाई संदीप सिंह मंड, पीपीएस एसपी बरनाला, राजिंदरपाल सिंह, पीपीएस उप पुलिस कप्तान बरनाला, मानवजीत सिंह, पीपीएस उपमंडल तपा के पुलिस उपकप्तान ने की। बता दें कि 8 जुलाई को तपा निवासी सतपाल उर्फ सतपाल मौड़ ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसके फोन नंबर पर अंतरराष्ट्रीय नंबर से व्हाट्सएप कॉल आ रही हैं। फोन करने वाला खुद को लक्की पटियाल बता रहा है, जिसने उससे 50 लाख रुपए की फिरौती मांगते हुए धमकी दी है। सूचना के आधार पर पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया था। मामले में पुलिस ने गुरदीप सिंह उर्फ गिल पुत्र नछतर सिंह वासी गिल पत्ती मौड़ नाभा जिला बरनाला, निर्मल सिंह उर्फ निम्मा पुत्र मलकीत सिंह वासी कमाल पत्ती मौड़ नाभा जिला बरनाला, गुरतेज सिंह उर्फ कुंदा पुत्र रणजीत सिंह वासी कोठे दुलमसर मौड़ नाभा जिला बरनाला को गिरफ्तार कर लिया।
मामले में जगसीर सिंह पुत्र गुरचरण सिंह निवासी सुखानंद जिला मोगा, गुरवीर सिंह पुत्र रूपिंदर सिंह वासी माड़ी मुस्तफा जिला मोगा, लवप्रीत सिंह पुत्र केवल सिंह वासी माड़ी मुस्तफा जिला मोगा (जेल फरीदकोट), गुरप्रीत सिंह उर्फ कुक्की पुत्र लाभ सिंह निवासी पडोल जिला एसएएस शहर (पटियाला जेल), गुरप्रीत सिंह उर्फ बराड़ पुत्र साधु सिंह निवासी सुखानंद, जिला मोगा (मुक्तसर जेल) को नामजद किया गया है। पुलिस ने गुरदीप सिंह से 3 पिस्तौल, 9 कारतूस 32 बोर जिन्दा सहित 2 मैगजीन, मोटरसाइकिल नंबर पीबी 73ए 1526 बरामद किया है। इसके अलावा जगसीर सिंह और गुरवीर सिंह से कार स्विफ्ट बरामद हुई है। आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने मुद्दई को जेल में अपने दोस्तों को मोबाइल नंबर देकर इस घटना को अंजाम दिया। माननीय न्यायालय की तरफ से जेल में बंद आरोपियों के प्रोडक्शन वारंट हासिल कर गुरप्रीत सिंह उर्फ कुकी, आरोपी लवप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह उर्फ बराड़ को विभिन्न जेलों से लाकर न्यायालय में पेश किया गया। उनका 4 दिन का रिमांड लिया गया है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने बाहरी भगौड़े साथियों के साथ मिलकर वादी सतपाल को धमकाया था और फिरौती की मांग की थी।