ग्रैप 4 नियमों का उल्लंघन करने पर 47 निर्माण कार्यस्थलों को 45 लाख जुर्माना
करनाल, 20 नवंबर (हप्र)
हवा जहरीले होने से जन जीवन पर खासा असर पड़ा हैं, स्थिति इतनी विकट हो चुकी है कि लोगों को शुद्ध हवा तक नसीब नहीं हो रही। प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा हैं, उसी तेजी से मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार के लिए जिला प्रशासन मुस्तैदी दिखा रहा हैं।
एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार को लेकर प्रशासन इतना सख्त है कि चैकिंग के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने 142 निर्माण कार्य स्थलों का निगरानी टीमों द्वारा निरीक्षण किया गया है, जिसमें से ग्रैप-4 के नियमों की उल्लंघना करने वाले 47 निर्माण कार्य स्थलों पर लगभग 45 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया हैं। ग्रैप-4 की पाबंदियों को पूर्ण रूप से प्रभावी बनाने के लिए निरंतर निगरानी की जाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर अधिकारियों की अगुवाई में 21 फ्लाइंग टीमें गठित की गई हैं। इसके अतिरिक्त संबंधित एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में निगरानी रखेंगे। सभी टीमें प्रतिदिन निगरानी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी।
डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन के पास 7 एंटी समोग गन, 13 वॉटर टैंकर व एक ऑटोमेटिक स्वीपिंग मशीन उपलब्ध है, जिसके द्वारा निरंतर फील्ड में भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पानी का छिडक़ाव कितने एरिया में किया गया। ठोस कचरा प्रबंधन के तहत आग लगाने वालों, निर्माण कार्य व अन्य ऐसे कार्य जिनकी वजह से धूल व धुआं वायुमंडल को प्रदूषित करता है, ऐसे कार्य में संलिप्त लोगों के खिलाफ नियमानुसार चालान करें। एसपी गंगाराम पुनिया ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए ग्रैप 4 के नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। विशेष चैकिंग अभियान चला कर वाहनों की जाचं की जा रही है और वायु प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के चालान भी किए जा रहे हैं।
बैठक में कृषि उपनिदेशक वजीर सिंह तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा भी उपस्थित रहे। बुधवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में मुख्य सचिव विवेक जोशी की अध्यक्षता में ग्रेप 4 की हिदायतों को लेकर वीसी में दिए गए निर्देशों के उपरान्त बोल रहे थे। उन्होंने अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी अधिकारी जिला में ग्रेप 4 की हिदायतों की पालना सुनिश्चित करे।