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पानी की टंकी पर चढ़े 4 किसान 16 दिन बाद उतरे

08:25 AM Aug 18, 2023 IST
पानी की टंकी पर चढ़े 4 किसान 16 दिन बाद उतरे
सिरसा के गांव नारायणखेड़ा में बृहस्पतिवार को किसानों को संबोधित करते उपायुक्त पार्थ गुप्ता।-हप्र
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सिरसा, 17 अगस्त (हप्र)
वर्ष-2022 के फसल बीमा क्लेम की मांग को लेकर गांव नारायण खेड़ा में 150 फुट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़े चार किसान 16 दिनों के बाद बृहस्पतिवार दोपहर को नीचे उतर आए। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने गांव में धरनास्थल पर पहुंचकर आश्वासन दिया कि एक महीने में किसानों के बैंक खातों में मुआवजा राशि आनी शुरू हो जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि कपास के मुआवजे के मुद्दा को लेकर जिला प्रशासन द्वारा 10-15 दिनों से हर संभव प्रयास किए गए। किसान कमेटी से संपर्क रखा। दिल्ली स्तर पर बातचीत चल रही थी। जिसके परिणामस्वरूप करीबन 34 गांवों में चार हजार किसानों का करीब 20 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि उनके बैंक खातों में आ गई। बाकी गांवों के किसानों की मुआवजा राशि एक महीने में आने लग जाएगी। क्रॉप कटिंग प्रक्रिया के अनुसार जो बीमा निकाला गया था, उसका जायजा मुआवजा भी एक महीने में आने लग जाएगा। चंडीगढ़ स्तर पर भी विभागीय अधिकारी दिल्ली में हैं और कल भी उन्होंने कमेटी और सरकार के साथ की। डीसी ने कहा कि किसानों की मांग है वो जायज है। हमने अपने स्तर पर पूरा प्रयास किया है। उपायुक्त के आश्वासन के बाद टंकी पर चढ़े चार किसान नीचे उतरे। किसानों का अन्य किसान साथियों ने स्वागत किया।

टोल प्लाजा पर पहुंचे डीसी

इससे पहले जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता सुबह भावदीन टोल प्लाजा पर पहुंचे। यहां पर किसानों ने बुधवार दोपहर से जाम लगाया हुआ था। उपायुक्त से बुधवार रात्रि 11 बजे किसानों का प्रतिनिधि मंडल मिला था। जिसमें किसानों व अधिकारियों के बीच सहमति बनी थी। जिला उपायुक्त के आश्वासन पर टोल प्लाजा पर धरना खत्म कर दिया गया। धरना समाप्त होने के बाद एक बार फिर से नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू हुई।

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जेसीबी, कंबाइन व ट्रैक्टरों के काफिले में पहुंचे किसान

नारायण खेड़ा गांव में बीमा क्लेम की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसानों का समर्थन देने के लिए हरियाणा ही नहीं पंजाब, राजस्थान सहित अनेकों प्रदेशों से किसान ट्रैक्टर व वाहनों में पहुंचे रहे हैं।

बिगड़ रही थी किसानों की तबीयत

धरना स्थगित होने के बाद खुशी जाहिर करते टंकी से उतरे चारों किसान। -हप्र

किसान भरत सिंह ने बताया कि पानी की टंकी पर काफी परेशानी झेलनी पड़ी। उमस के कारण तबीयत बिगड़ रही थीं। काफी दिक्कतें आ रही थीं। टंकी पर चढ़े हुए दस दिन हुए तो अधिकारी आने लगे लेकिन यह कोई बताने के लिए तैयार नहीं कि आखिर बीमा क्लेम क्यों नहीं मिल रहा। पानी की टंकी पर चक्कर आ रहे हैं। टंकी पर रात्रि के समय काफी तकलीफ झेलनी पड़ती है। रात्रि के समय नींद नहीं आती थीं।

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