4 असम रेजीमेंट के जवानों ने घायल महिला पर्वतारोही को लामखागा दर्रा से सकुशल निकाला, रिकांगपिओ अस्पताल में दाखिल
ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 6 जुलाई
ट्रांस हिमालय की गगनचुंबी चोटियों व दर्रों को फतह करने निकला 11 सदस्यीय महिला पर्वतारोही दल की एक महिला विमला देवी दिवासक लामखागा दर्रे पर फिसलने से घायल हो गई थी। जैसे ही इसकी सूचना ट्राई पीक हिमालय की इकाई 4 असम रेजीमेंट को मिली, तुरंत सेना के जवानों के एक दल ने रेस्क्यू अभियान आरम्भ किया और पर्वतारोही महिला को सुरक्षित निकाल कर नजदीकी सेना के अस्पताल में प्राथमिक उपचार करवाया। उसके उपरान्त उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में दाखिल किया गय। जिला मुख्यालय में सेना से प्राप्त सूचना के अनुसार महिला पर्वतारोहियों का एक दल माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली देश की प्रथम महिला पद्मश्री बिछेंद्री पाल के नेतृत्व में गत् दिनों उत्तराकाशी के हर्षल से लामखागा दर्रे को पार करते हुए किन्नौर जिले के लिए रवाना हुआ था जिसने हिमाचल में स्थित लामखागा दर्रे में 5 जुलाई को प्रवेश किया। असम रेजीमेंट के जवानों ने विपरीत मौसम व दुर्गम भोगौलिक परिस्थितियों के बावजूद समझदारी व सूझबूझ के साथ घायल पर्वतारोही महिला को सुरक्षित निकाला। 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘फिट इंडिया मिशन’ के तहत 50 वर्ष की उम्र पार कर चुकी 11 पर्वतारोही महिलाओं का एक दल भारत-म्यामांर सीमा पर स्थित पांगसायु से टाईगर हिल तक पर्वतारोहण के लिए पद्मश्री बिछेंद्री पाल के नेतृत्व में रवाना हुआ था।