‘विद्यार्थी के जीवन की नींव होते हैं शिक्षक’
सोनीपत, 5 सितंबर (निस)
सोनीपत के विधायक सुरेंद्र पंवार द्वारा ब्राइट स्कॉलर स्कूल में शिक्षक दिवस पर जिलेभर से 61 शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में सरहानीय योगदान देने पर बेस्ट टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक में अपनी खेल प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ने वाले हॉकी खिलाड़ी सुमित कुराड़ के कोच नरेश कुमार व महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान प्रीतम सिवाच को भी सम्मानित किया गया। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि विद्यार्थी के जीवन की नींव शिक्षक होते हैं, वे एक स्टूडेंट के लिए दूसरी मां होते हैं। शिक्षक की शिक्षा ही है जो हमें जीवन को सही दिशा देती है, और हमें सफलता की और आगे बढ़ाती है। इस दौरान ब्रिगेडियर ओपी चौधरी, स्कूल निदेशिका समीक्षा पंवार, प्राचार्या किरण दलाल, ललित पंवार, मेयर निखिल मदान, सुरेंद्र छिक्कारा, सतपाल दहिया, कमल हसीजा, रमेश बजाज, सतबीर दलाल, मुकेश पन्नालाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व शिक्षकगण उपस्थित रहे।
इन्हें किया सम्मानित
सैदपुर राजकीय स्कूल से रविंद्र, राजकीय स्कूल गोहाना से सतेंद्र, वंदना स्कूल से डॉ. दीपक, ऋषिकुल से सुषमा, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोनीपत से रामकुमार, खरखौदा से नरेश दहिया, महलाना से रविंद्र सिंह, सलीमसर माजरा से सविता कुमारी, मोतीलाल नेहरू खेल स्कूल राई से प्रमोद कुमार, हिंदू कॉलेज से अरुण गौड़, जीडी गोयंका से कविता दहिया, राजकीय स्कूल से हिंदी अध्यापक मास्टर दिलबाग सिंह, अध्यापक गीता, प्राइमरी स्कूल राजपुर से देवेंद्र सिंह, गेटवे से मंजूबाला, आरके मेमोरियल से राहुल, स्वर्णप्रस्था से एसपी सिंह, श्रीजी से निधि वालिया, राजेंद्र सिंह, जीएसएसएस गोहाना से रमेश, विवेकानंद स्कूल से नीतू, डीपीएस से नीतू, रौनक स्कूल से अनुपम ठुकराल, जीएसएसएस शहजादपुर से कविता रानी, लिटिल एंजल से गायत्री आर्य, जीएचएस शाहपुर तगा से डॉ. विकास, होली चाइल्ड से नीतू कालरा, भैंसवान खुर्द से नवीन, नवयुग स्कूल से महावीर, ओम पब्लिक स्कूल से कुसुम, जीजीएसएसएस कथूरा से संजय, ज्ञान विद्या पीठ से स्वीटी, नीलम सांगवान, ब्रजमोहन, राजकुमार सहित 61 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
81 वर्षीय पूर्व अध्यापक दयावती का सम्मान
कबीरपुर में रहने वाली 81 वर्षीय पूर्व अध्यापक दयावती को भी विधायक सुरेंद्र पंवार ने शॉल भेंट कर सम्मानित किया। दयावती ने अपने जीवन के 40 वर्ष जिलेभर के विभिन्न राजकीय स्कूलों में अध्यापन कर बच्चों को सफल बनाया है, वे मुख्याध्यापिका के पद से रिटायर्ड हैं। आज उनके पढ़ाए गए बच्चे उच्च पदों पर सेवाएं दे रहे हैं।