‘नालागढ़ बद्दी के रास्ते हरियाणा पहुंचे एसवाईएल का पानी’
बीबीएन, 4 जून (निस)
मुख्य संसदीय सचिव (उद्योग, राजस्व एवं शहरी व ग्राम योजना) राम कुमार चौधरी ने सतलुज यमुना लिंक नहर का पानी हिमाचल के रास्ते हरियाणा तक पहुंचाने से सबंधित एक प्रस्ताव प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को सौंपा है। सीपीएस ने नालागढ़ उपमंडल में सिंचाई व पेयजल की बढ़ती किल्लत को दूर करने व गिरते भू-जल स्तर में सुधार का हवाला देते हुए एसवाईएल नहर का पानी नालागढ़ बद्दी के रास्ते हरियाणा पहुंचाने के विकल्प पर प्राथमिकता से विचार का आग्रह किया है। बता दें कि हरियाणा सरकार पहले ही एसवाईएल नहर का पानी हिमाचल के रास्ते लाने के लिए कदमताल कर रही है। इसके लिए हरियाणा सरकार ने अपने पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के सहयोग से सतलुज यमुना लिंक नहर का पानी लाने का विकल्प तैयार किया है। चर्चा है कि इस विकल्प पर 67 किलोमीटर का रूट बनेगा, जिस पर नहर बनाने में 4200 करोड़ रुपए का खर्च आना प्रस्तावित है।
मख्यमंत्रियों की बैठक में होगा फैसला
सतलुज यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर बात सिर्फ हिमाचल प्रदेश के मुनाफे को लेकर अटकी हुई है। आगामी सोमवार को इस मसले पर हिमाचल व हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच एक अहम बैठक भी होने वाली है। जानकारी के मुताबिक सीपीएस राम कुमार ने सीएम को सौंपे प्रस्ताव में कहा है कि नालागढ़ उपमंडल से होकर निकलने वाली सरसा नदी पंजाब व हरियाणा की सरहदों से सटी हुई है, अगर सतलुज यमुना लिंक नहर का पानी रोपड़ से वाया नालागढ़, बद्दी, सरसा नदी के जरिए डायवर्ट करने पर विचार किया जाए तो यह इस क्षेत्र के लिए सिंचाई के लिए तो वरदान साबित होगा। सीपीएस राम कुमार ने सीएम से आग्रह किया कि भाखड़ा डैम से नहर के माध्यम से सरसा नदी में पानी डालकर क्षेत्र से होते हुए इस पानी को हरियाणा की तरफ नहर बनाकर पहुंचाया जाये।